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SAHARSA : सोशल मीडिया पर गलत वीडियो और सूचना डालकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। कोसी रेंज के डीआइजी शिवदीप लांडे ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के सहारे फर्जी वीडियो प्रसारित कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सरस्वती पूजा के मौके पर पतरघट के लहौना गांव में एक समुदाय विशेष के साथ मारपीट का वीडियो पूरी तरह फर्जी है। जांच के बाद यह पता चला है कि लहौना में ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं है। उक्त वीडियो जिस व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर वायरल किया है। उसके खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीआइजी ने कहा कि यह वीडियो 4100 लोगों तक कैसे पहुंच गया। इस वीडियो को शेयर करनेवाले 76 लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
सहरसा में एसपी लिपि सिह के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए शिवदीप लांडे ने बताया कि आरोपी द्वारा यह वीडियो सीएम को शेयर कर पूछा गया था कि क्या यही सुशासन है। डीआइजी ने कहा कि इस वीडियो में मेरा नाम भी शामिल किया गया इसलिए इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कराया। उन्होंने कहा कि सौहार्द बिगाड़ने के लिए अगर कोई फर्जी वीडियो डालेगा तो पुलिस द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीआइजी ने कहा कि जांच के दौरान एसपी द्वारा लहौना के लोगों ने पूछताछ में ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है। डीआइजी ने कहा कि इस तरह का भ्रामक वीडियो से विधि- व्यवस्था की समस्या हो सकती है। पुलिस ने इसे काफी गंभीरता से लिया है।