सुशासन राज में मॉब लिंचिंग के खिलाफ बना कानून भी बेअसर, सहरसा में भीड़ ने चोर बताकर ले ली एक की जान

सुशासन राज में मॉब लिंचिंग के खिलाफ बना कानून भी बेअसर, सहरसा में भीड़ ने चोर बताकर ले ली एक की जान

SAHARSA : देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नीतीश सरकार ने सबसे पहले लिंचिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के अन्य राज्यों के सामने मॉब लिंचिंग के खिलाफ कानून बनाकर एक नजीर पेश की थी लेकिन सुशासन सरकार का यह कानून लोगों के बीच ख़ौफ़ पैदा करने में बेअसर रहा। सहरसा में मॉब लिंचिंग की ताजा वारदात ने इस हकीकत को सामने ला दिया है। 


सहरसा जिले में मॉब लिंचिंग ने एक व्यक्ति की जान ले ली है। घटना जिले के पामा पंचायत के कबैया टोला वार्ड 14 में सोमवार की रात हुई, जहां पस्तपार पंचायत के जीरबा वार्ड 16 के निवासी सुधीर यादव की लोगों चोरी के आरोप में पीट पीट कर हत्या कर दी। कबैया गांव के लोगों का कहना है कि चोरी करने के दौरान पकड़ाये जाने पर सुधीर की ग्रामीणों ने पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि मृतक सुधीर के गांव वाले साजिशन हत्या का आरोप कबैया के ग्रामीणों पर लगा रहे हैं।  इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव है। 


सुधीर को भीड़ की तरफ से निशाना बनाये जाने का वीडियो भी सामने आ गया है। भीड़ ने किस तरह सुधीर का हाथ पैर बांधकर उसकी पिटाई की यह वायरल वीडियो से मालूम पड़ा है। पुलिस भी मॉब लिंचिंग की घटना को सही मान रही है। यह घटना उस सुशासन राज की है जिसे लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़े-बड़े दावे करते रहे हैं।