सहरसा में हॉस्टल में छात्र की संदेहास्पद मौत, बंदी के बावजूद संचालित हो रहा था स्कूल, शक के घेरे में स्कूल प्रबंधन

सहरसा में हॉस्टल में छात्र की संदेहास्पद मौत, बंदी के बावजूद संचालित हो रहा था स्कूल, शक के घेरे में स्कूल प्रबंधन

SAHARSA : सहरसा में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करनेवाले एक 12 वर्षीय छात्र की संदेहास्पद हालत में मौत हो गई। मृतक छात्र की पहचान मधेपुरा के घैलाढ़ प्रखंड स्थित ररिआहा गांव निवासी गणपति यादव का पुत्र ब्रजेश कुमार के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि ब्रजेश सहरसा शहर के हटियागाछी स्थित सनराइज पब्लिक स्कूल में कक्षा छह का छात्र था और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था। कोरोना को लेकर सरकारी और निजी स्कूलों के संचालन पर रोक के बावजूद पैसों की लालच में सनराइज पब्लिक स्कूल का संचालन किया जा रहा था।


स्कूल के संचालक अभिषेक मिश्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। स्कूल के संचालक ने बताया कि बीते दिनों खेलने के दौरान ब्रजेश गिर गया था जिससे उसे चोट लगी थी। जिसके बाद उसका समुचित इलाज कराया गया था लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद छात्र के घरवालों को इसकी सूचना दी गई।


इधर, मृतक छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसके लिए दोषी ठहराया है। मृतक के पिता का कहना है कि अगर उसके बेटे की तबीयत खराब थी तो उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गई। परिजनों ने आशंका जताई है कि ब्रजेश के साथ मारपीट की गई होगी जिससे उसके शरीर के अंदरूनी हिस्से में चोट आई होगी जिससे उसकी मौत हुई है।


फिलहाल सदर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले के छानबीन में जुट गई है। पुलिस की मानें तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।