सदन में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग: तारकिशोर बोले..नीतीश ने किया जनादेश का अपमान, विजय चौधरी ने दिया जवाब

सदन में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग: तारकिशोर बोले..नीतीश ने किया जनादेश का अपमान, विजय चौधरी ने दिया जवाब

PATNA: बिहार विधानसभा में नीतीश-तेजस्वी सरकार का फ्लोर टेस्ट हो रहा है। सदन की अध्यक्षता डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी कर रहे हैं। सदन में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग से पहले भाजपा विधायक दल के नेता तारकिशोर प्रसाद को बोलने का मौका मिला। फ्लोर टेस्ट पर भाषण के दौरान बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि राजद से गठबंधन कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया है। वही मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जवाब देते हुए सदन में सरकार का पक्ष रखा।


सदन को संबोधित करते हुए तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि 1990 से लेकर 2005 तक बिहार में जंगलराज था। व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा बिहार के विकास में बाधा बनकर सामने आई। 2013 और 2022 में नीतीश कुमार की महात्वाकांक्षाएं जगी और अलग राह पकड़ने का मन बनाया। यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। महादलित के बेटे को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम बनाने का काम किया था लेकिन बाद में फिर वे सीएम की कुर्सी पर बैठ गये और उस महादलित के बेटे को मुख्यमंत्री की गद्दी से हटाने का काम किया।


तारकिशोर ने कहा कि 2019 में पीएम मोदी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव जीते। 40 में 39 सीटे हमने जीता। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जनता ने एनडीए को वोट दिया था। लेकिन आज जनादेश का अपमान करते हुए नीतीश कुमार ने राजद से हाथ मिलाया और महागठबंधन की सरकार बिहार में बनायी। बिहार में एनडीए की सरकार अच्छे से चल रही थी लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महत्वाकांक्षा के कारण एनडीए से अलग होकर उन्होंने फिर से महागठबंधन की सरकार बिहार में बनायी। 


मंत्री परिषद में 72 प्रतिशत मंत्री अपराधी किस्म के हैं। दागी मंत्रियों से सुशासन की चाहत नहीं की जा सकती है। पीएम बनने के चक्कर में नीतीश कुमार आज सब कुछ भुल बैठे हैं। पुरानी दिनों को याद कराते हुए तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आपने कितनों की राजनीतिक बलि दी है। आप जिसके साथ नाता तोड़े है उसने आपकों को भी ठगा है। तेजस्वी जी ने इसी सदन में कहा था कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश कुमार ने ठगा नहीं। नीतीश को पलटू कुमार और कुर्सी कुमार खुद तेजस्वी यादव कहा करते थे। लालू यादव भी नीतीश को पलटू राम कहा था। यह भी कहा था कि नीतीश जी के पेट में दांत है। 


उनके पार्टी के नेता ललन सिंह ने भी कहा था कि नीतीश कुमार के अतरी में दांत है। लालू ने यह भी कहा था कि जब जब नीतीश बीमारी का बहाना बनाते है तो समझ लो की पलटी मारने की तैयारी चल रही है। लालू ने नीतीश की तुलना सांप से की थी कहा था कि जैसे सांप समय-समय पर केचुल छोड़ता है उसी तरह नीतीश कुमार भी समय समय पर दल बदल लेते हैं। निजी स्वार्थ के लिए महागठबंधन की यह गठजोर बनी है। यह पहली बार नहीं हुआ कि नीतीश कुमार ने पाला बदला है वे कई बार ऐसा कर चुके हैं और कर रहे हैं। नीतीश कुमार ऐसे बल्लेबाज हैं कि दो दूसरे प्लेयर को रण आउट कराते रहते हैं लेकिन खुद पीच पर बने रहते हैं। सीढ़िया उन्हें मुबारक हो जिन्हे सिर्फ छत तक जाना है मेरी मंजिल तो आसमान है रास्ता मुझे खुद बनाना है। अविश्वास मत पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सीट पर बैठे बैठे मुस्कुराते रहे...


जिसके बाद मंत्री विजय कुमार चौधरी को बोलने का मौका दिया गया। मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीजेपी मंत्री तारकिशोर प्रसाद को जवाब देते हुए पहले बसीरवद्र जी का सेर सुनाया। कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होगी यूं ही कोई बेवफा नहीं होता, अपना दिल टटोलकर देखिए यूं ही फासला नहीं होता। हमने ना कोई विश्वासघात किया और ना ही जनादेश का अपमान किया। हमने कहा था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे। आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हीं है। 


विजय चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार का साथ दिया है। जिस महादलित को सीएम बनाए जाने की बात तारकिशोर प्रसाद कर रहे है वो आज हमारे साथ ही बैठे है। 17 में जब हम गठबंधन तोड़ के इनके साथ सरकार बनाएं थे तो वह जनादेश का सम्मान था आज अपमान हों गया पहले जब हम इनके साथ थे तो 126 की ताकत के साथ बिहार की सेवा करते थे अब तो 164 के ताकत के साथ बिहार की सेवा करने का कमा करेंगे। हम मुगालते में नहीं रहते है। हम अपनी सीमा जानते है। हम अपने नेता के नेतृत्व में बिहार चमकाने का काम किये। इतिहास गवाह है की जब-जब बीजेपी को सत्ता में आना हुआ तब तक नीतीश जी के पीछे ही आए हैं। 


विजय चौधरी ने कहा कि रंग देखिये क्या रंग है। यह रंग है जाल में फ़साने का। बीजेपी के भगवा रंग देख कर तंज कसते हुए विजय चौधरी बोले कि हमलोग भी इनके रंग को देख कर भ्रम में आ गए थे। इनके लाली देखकर हमको भी लगा था की बिहार में विकास दिखेगा। हमें डबल इंजन का भरोसा दिलाया गया था की बिहार का विकास दिखेगा। हमने तो इनके साथ जागर चंद और सितारों का तमन्ना किया लेकिन काली स्याही के सिवा कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि कोई मंत्री ईमानदारी से बता दें कि कभी केंद्र ने यह पूछा की बिहार को क्या चाहिए। विजय चौधरी आगे कहते हैं कि दिल के अरमा आसूंओं में बह गये हम बफा करके भी तनहा रह गये।