PATNA: रमजान के मौके पर विभिन्न सियासी दलों की तरफ से दावत-ए-इफ्तार की परंपरा काफी पुरानी है। मुस्लिम वोट बैंक को साधने के लिए सभी राजनीतिक दलों की तरफ से रमजान के मौके पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता रहा है। रविवार को आरजेडी की तरफ से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन राबड़ी आवास पर किया गया। इस इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा बिहार की सियासत के सभी बड़े चेहरे शामिल हुए। हालांकि पिछले दिनों रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर बीजेपी ने ऐसे आयोजनों से दूरी बना रखी है और हिंसा के बीच इस तरह के आयोजन पर आपत्ति जताई है। तेजस्वी यादव ने बीजेपी को आइना दिखाते हुए कहा कि कुछ लोग गलतफहमी के शिकार हो गए हैं, उन्हें पता होने चाहिए कि इफ्तार महज पार्टी नहीं बल्कि इबादत है।
राबड़ी आवास पर आयोजित दावत-ए-इफ्तार के मौके पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा कि इफ्तार शुरू से ही आरजेडी की परंपरा रही है। पार्टी की तरफ से हर साल रमजान के मौके पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जाता रहा है। तेजस्वी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को गलतफहमी है कि इफ्तार महज एक पार्टी है लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि इफ्तार सिर्फ पार्टी नहीं बल्कि इबादत है। दावत-ए-इफ्तार का आयोजन रोजेदारों को सम्मान देने के लिए किया जाता है और इफ्तार गंगा जमुनी तहजीब की एक पहचान है।
वहीं रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में जिन लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की वे गिरफ्तार हो रहे हैं और उनके घरों की कुर्की जब्ती हो रही है। बिहार और तमिलनाडु के रिश्तों को तोड़ने की जो साजिश रची गई उस साजिश का भी पर्दाफास हो चुका है। जिन लोगों ने भी रामनवमी के मौके पर साजिश के तहत हिंसा फैलाने का काम किया उस साजिश का भी जल्द ही पर्दाफास हो जाएगा। जो लोग बिहार के माहौल को खराब करने की कोशिश करेंगे उन्हें किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा।