PATNA: रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर बिहार की सियासत पिछले कई दिनों से गर्म है। सासाराम और बिहारशरीफ समेत अन्य जगहों पर हुई हिंसा के लिए एक तरफ जहां बीजेपी महागठबंधन की सरकार को दोषी बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ जेडीयू और आरजेडी के साथ महागठबंधन के तमाम दल इसे बीजेपी की साजिश करार दे रहे हैं। इसी बीच दिल्ली से पटना पहुंचे लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है।
चिराग पासवान ने कहा है कि दूसरों पर आरोप लगाने से अच्छा होगा कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे जो इस पूरी साजिश में शामिल थे। राज्य के अंदर विधि व्यवस्था का जिम्मा राज्य की सरकार का ही होता है। चिराग ने कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई और बिहार सरकार के इंटेलिजेस विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब उपद्रवी पत्थर इकट्ठा कर रहे थे तब इंटेलिजेस को इसकी जानकारी क्यों नहीं हुई। ये पूरी तरह से बिहार सरकार की नाकामी का फल है। एक दूसरे पर आरोप लगाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है। साजिश चाहे किसी की भी हो, इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
जमुई सांसद ने कहा कि अगर बिहार की सरकार को यह लगता है कि हिंसा का साजिश बीजेपी ने रची है तो सरकार को बताना चाहिए कि आखिर कैसे इतनी बड़ी साजिश रची गई। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का भी जिम्मा है, उनके रहते हुए इतनी बड़ी साजिश को रचा गया और उसे अंजाम दिया गया लेकिन राज्य के गृहमंत्री कुछ नहीं कर पाए। खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले को जला दिया गया तो आखिर इस नाकामी का जिम्मेवार कौन है। इस मामले में अभी भी सरकार के पास कोई ठोस तथ्य नहीं है, जो लोग पकड़े गए हैं उसमें अधिकांश नाबालिग बच्चे शामिल हैं। सिर्फ एक दूसरे पर आरोप लगाने से काम नहीं चलेगा बल्कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी।