SAHARSA : बिहार में अपराधियों के अंदर से पुलिस प्रसाशन का खौफ खत्म होता हुआ नजर आ रहा है। राज्य के अंदर शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो जिस दिन अपराधी पुलिस महकमे को चुनौती नहीं देते हो। राज्य के जब नए डीजीपी के रूप में आरएस भट्टी ने पदभार ग्रहण किया था तो उन्होंने कहा था कि पुलिस वाले अपराधी को दौड़ा - दौड़ा कर अरेस्ट करें।
लेकिन, डीजीपी की यह लाइन पुलिस वालों ने तो सुनी ही अपराधियों ने भी सुन लिया और पुलिस वालों को ही दौड़ना शुरू कर दिया और उनके पर ही हमला बोलना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला सहरसा से निकल कर सामने आ रहा है। जहां शराब कारोबारी को अरेस्ट करने पहुंची पुलिस टीम पर दौड़ा - दौड़ा कर माफियाओं ने हमला बोला है।
दरअसल, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के मोरकाही,वार्ड नं० - 10 निवासी नन्दकिशोर यादव के पुत्र कुंदन कुमार द्वारा शराब का अवैध कारोबार किया जा रहा है। प्राप्त सूचना के आलोक में पस्तपार ओपी प्रभारी मनीष कुमार के नेतृत्व में ओपी शिविर में तैनात पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल द्वारा छापेमारी किया गया। छापेमारी के दौरान शराब कारोबारी कुन्दन को शराब के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया गया। लेकिन गिरफ्तार कारोबारी को पुलिस जब थाने ले जाने लगी तो स्थानीय लोगों द्वारा इसका विरोध किया जाने लगा। देखते ही देखते विरोध इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने छापेमारी दल पर हमला कर दिया। जिसमें एक पुलिस पदाधिकारी को काफी चोट आई है।
वहीं, घटना के सम्बंध में जानकारी देते ओपी शिविर प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि शराब कारोबारी को गिरफ्तार करने पुलिस मोरकाही गांव गई थी। कारोबारी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस पर लोगों ने हमला बोल दिया। जिसमें ओपी शिविर में तैनात ASI दिनेश कुमार शर्मा बुरी तरह जख्मी हो गए। हालांकि पुलिस द्वारा कारोबारी कुन्दन को 19 लीटर विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है।
इधर, पुलिस पर हमला करने वाले को भी चिन्हित किया जा रहा है। इन सभी लोगों के खिलाफ विधि-सम्मत कार्यवाही करने की बात कही जा रही है।फिलहाल पुलिस गिरफ्तार कारोबारी को न्यायिक हिरासत में भेज आगे की कार्यवाही में जुट गई है।