PM मोदी का लालू पर तीखा तंज, बोले - अपने स्वार्थ के लिए गरीबों से छीनी जमीन और नौकरी का दिया झांसा

PM मोदी का लालू पर तीखा तंज, बोले - अपने स्वार्थ के लिए गरीबों से छीनी जमीन और नौकरी का दिया झांसा

DESK : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे में जमीन के बदले नौकरी ममाले में दोषी लालू यादव पर बड़ा हमला बोला है। पीएम मोदी ने कहा है कि, देश को एक बड़ा रेलवे नेटवर्क मिला था।लेकिन, इसपर हमेशा एक राजनीतिक स्वार्थ हावी रहा। उस दौरान स्वार्थ देखकर यह किया जाता था कि कौन रेल मंत्री बनेगा। हालत ये थी रेलवे की भर्तियों में भी भ्रष्टाचार होता था। गरीब लोगों की जमीन छीनकर उन्हें नौकरियों का झांसा दिया गया। 


दरअसल, राजस्थान की पहली वंदे भारत ट्रेन जयपुर से सुबह करीब 11.30 बजे दिल्ली कैंट के लिए रवाना हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। देश की 15वीं वंदे भारत का संचालन 13 अप्रैल से अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच किया जाएगा। इसके लिए आईआरसीटीसी ने आज से बुकिंग स्टार्ट कर दी है। इसी दौरान उन्होंने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि-  कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्स्थ है लिए रेलवे को नुकसान पहुंचाया। 


इसके आलावा उन्होंने कहा कि -  पहले राजनीतिक स्वार्थ ही तय करता था कब कौनसी ट्रेन चलेगी। हालत ये थी रेलवे की भर्तियों में भी भ्रष्टाचार होता था। गरीब लोगों की जमीन छीनकर उन्हें नौकरियों का झांसा दिया गया। क्रॉसिंग को भी अपने हालात पर छोड़ दिया गया। सब कुछ नजरअंदाज कर दिया गया, लेकिन जब देश के लोगों ने स्थिर सरकार बनवाई तब इन सारी स्थितियों में बदलाव आना शुरू हो गया है। जब देश के लोगों ने जब राजनीतिक दबाव हटा तो रेलवे ने भी चैन की सांस ली। आज हर भारतिय रेलवे का काया कल्प होते देख गर्व से भर गया हैऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा कि रेलवे जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था जो सामान्य मानव के जीवन का इतना बड़ा हिस्सा है उसे भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था 


आपको बता दें कि, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर से दिल्ली छावनी तक राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखायी और इसे रवाना किया। ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा कि रेलवे जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था जो सामान्य मानव के जीवन का इतना बड़ा हिस्सा है उसे भी राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया था ।