नालंदा और नवादा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का CM नीतीश ने किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

नालंदा और नवादा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का CM नीतीश ने किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश

NALANDA/NAWADA: लगातार हो रही बारिश के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज नालंदा और नवादा का दौरा किया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा भी मौजूद थे। वही प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल, अस्थावां विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार, सांसद कौशल कुमार भी उपस्थित थे। 


निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अस्थावां विधानसभा क्षेत्र इलाके के बिंद, सारे, कतरीसराय पटोरिया जैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन को लेकर पटोरिया गांव में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए गए थे। 


मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही बाढ़ जैसी स्थिति की जानकारी मिली हम तुरंत दल बल के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने के लिए निकल पड़े। आगे फिर इस तरह की भयावह स्थिति उत्पन्न ना हो इसे लेकर कार्य किए जाएगे। बाढ़ के कारण जहां-जहां तटबंध टूटे हैं इसके अलावा जो भी नुकसान हुआ है उसे भी ठीक किया जाएगा।


पटना, नालंदा और नवादा जिले का निरीक्षण करने के लिए आज मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से निकले थे। सड़क मार्ग से सबसे पहले उनका काफिला नालंदा के बिंद पहुंचा। जिसके बाद वे अस्थावां, रहुई और कतरीसराय भी गये। गौरतलब है कि लगातार हो रही बारिश से नालंदा की सभी नदियां उफान पर हैं। जिरायन, पंचाने और सकरी नदियों के तटबंध कई जगहों पर टूट गये हैं। धान की फसलें डूब गयी हैं। 


जल संसाधन मंत्री संजय झा, आयुक्त संजय अग्रवाल व अन्य अधिकारी मौजूद मौके पर मौजूद थे। सीएम ने अधिकारियों को राहत कार्य चलाने का आवश्यक निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री जलजमाव वाले इलाकों में पैदल गये और वहां की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को मिट्टी से  भरे बोरे से बनी पगडंडी से चलकर पार करना पड़ा। नालंदा के बाद सीएम नीतीश नवादा पहुंचे थे। जहां नारदीगंज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।


नवादा के धनार्जय नदी पर बन रहे पुल का डायवर्जन टूट जाने से 25-30 गांवों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है। हिसुआ और नरहट में स्थिति ज्यादा खराब है। कई गांव प्रखंड मुख्यालय से कटे हुए हैं। सीएम ने जिला प्रशासन को हर संभव राहत कार्य चलाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री आज नालंदा में रात्रि विश्राम करेंगे।