ब्रेकिंग न्यूज़

Mokama Assembly Election : मुरेठा बांधना महज संयोग का एक प्रयोग ! आखिर क्यों मोकामा में खुद एक्टिव हुए JDU के कद्दावर नेता; सवर्ण बहुल सीट पर क्यों बदला जाता है समीकरण Bihar News: बिहार में 18 सरकारी कर्मचारियों पर गिरी गाज, FIR के बाद अब होगी विभागीय जांच Bihar News: रवि किशन को गोली मारने की धमकी देने वाले का बिहार से नहीं कोई कनेक्शन, गिरफ्तारी के बाद बोला "गलती हो गई" Bihar Election 2025: अगर आपके पास नहीं है वोटर कार्ड, तो इन दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दें सकते है वोट; जानिए Patna Traffic Police : कार्तिक पूर्णिमा पर पटना में बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था, कारगिल चौक से गायघाट तक वाहनों पर रोक Bihar Election 2025: विशाल प्रशांत ने 900 करोड़ की विकास परियोजनाओं किया पेश, नितिन गडकरी ने किया विमोचन, कहा- “तरारी बनेगा विकास का मॉडल” Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, IMD ने अभी से किया सावधान Bihar Election 2025: मोकामा में आचार संहिता उल्लंघन का मामला, ललन सिंह और सम्राट चौधरी पर केस दर्ज; अनंत सिंह के समर्थन में निकला था रोड शो Bihar Election 2025: पहले चरण के प्रचार का शोर थमेगा आज , 18 जिलों में 6 नवंबर को वोटिंग; इतने करोड़ मतदाता करेंगे मतदान Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी

नागरिकता बिल का समर्थन नीतीश को पड़ रहा महंगा, PK के बाद अब पवन वर्मा ने किया विरोध

1st Bihar Published by: Updated Tue, 10 Dec 2019 12:52:08 PM IST

नागरिकता बिल का समर्थन नीतीश को पड़ रहा महंगा, PK के बाद अब पवन वर्मा ने किया विरोध

- फ़ोटो

PATNA : नागरिकता संशोधन विधेयक पर अब जेडीयू के अंदर ही अंदर तलवारें खिंचती जा रही हैं। बिल का समर्थन पार्टी अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार को महंगा पड़ता जा रहा है । 

पहले पार्टी रणनीतिकार और  उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिल पर जेडीयू के समर्थन पर सवाल उठाए तो अब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने भी पार्टी से बिल के समर्थन पर पुनर्विचार का आग्रह किया है। 

पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा है  'मैं नीतीश कुमार से राज्यसभा में #CAB को समर्थन पर पुनर्विचार करने का आग्रह करता हूं। विधेयक जेडीयू के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के खिलाफ होने के अलावा असंवैधानिक, भेदभावपूर्ण और देश की एकता और सद्भाव के खिलाफ है। गांधीजी ने इसका कड़ा विरोध किया होगा।'



जदयू के नेशनल एग्जीक्यूटिव के सदस्य और रिटायर्ड आईपीएस एन के सिंह ने भी सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल पर पार्टी के स्टैंड का विरोध किया है। उन्होंने लिखा, 'कल आजादी के बाद का काला दिन था। कल दिन गांधी, नेहरू और पटेल के धर्मनिरपेक्ष बहुलतावादी, लोकतांत्रिक भारत को पीछे छोड़ते हुए, गोलवलकर, सावरकर और आरएसएस के एक हिन्दू राष्ट्र की ओर पहला कदम बढ़ा दिया गया।'

बता दें कि जेडीयू के नेता राजीव रंजन सिंह ने लोकसभा में बिल के समर्थन में कहा कि यह बिल सेकुलरिज्म की भावना को मजबूत करने वाला है। उन्होंने कहा कि इसमें उन शरणार्थियों को नरक से निकालने वाला है, जो अपना घर और सम्मान छोड़कर आए हैं। जेडीयू नेता ने कहा कि यह बिल कहीं से भी धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को चुनौती नहीं देता है।