DELHI : नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन को लेकर जदयू में छिड़ा घमासान उग्र हो गया है. दिल्ली में जदयू कार्यकर्ताओं ने पार्टी दफ्तर में घुस कर तोड़ फोड़ की है. हंगामा करने वाले लोग नीतीश कुमार को धोखेबाज बता रहे थे.
जदयू दफ्तर में हंगामा
जदयू के एक धड़े के लोग नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए जंतर मंतर पर जमा हुआ थे. उन्होंने जंतर मंतर पर नागरिकता बिल की कॉपी को फाड़ा और फिर बगल में ही अवस्थित JDU के दफ्तर पहुंच गये. वहां नारेबाजी करने के साथ ही दफ्तर में जमकर तोड़ फोड़ मचायी. प्रदर्शन करने वाले नीतीश कुमार को धोखेबाज करार दे रहे थे. उन्होंने कहा कि 2015 के चुनाव में नीतीश ने मुसलमानों का वोट लिया था. मुसलमानों का वोट लेकर ही नीतीश मुख्यमंत्री बने लेकिन उसके बाद नागरिकता संशोधन विधेयक पर भाजपा का साथ दे दिया.
विधेयक पर पहले से जदयू में घमासान
नागरिकता संशोधन विधेयक पर पहले से ही जदयू में घमासान छिड़ा है. पार्टी ने संसद में इस बिल का समर्थन करने का फैसला लिया है. लोकसभा में कल जदयू के सांसदों ने इस बिल के समर्थन में वोट किया था. इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने मोर्चा खोल दिया. प्रशांत किशोर ने नागरिकता संशोधन बिल पर जदयू के स्टैंड पर हैरानी जताते हुए इसे निराशाजनक बताया. PK ने ट्वीट कर कहा कि "नागरिकता संशोधन विधेयक पर जदयू के समर्थन से निराशा हुई है. यह विधेयक धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करने वाला है, जो भेदभावपूर्ण है."
PK ने पार्टी के साथ साथ नीतीश कुमार पर भी निशानी साधा. उन्होंने कहा कि जदयू द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन पार्टी के संविधान से भी अलग है, जिसमें पहले ही पन्ने पर धर्मनिरपेक्षता शब्द तीन बार लिखा हुआ है. उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, नागरिकता संशोधन विधेयक पर पार्टी का समर्थन पार्टी के नेतृत्व की विचारधारा से मेल नहीं खाता है, जो कि महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है.