PATNA : नीतीश और तेजस्वी की नई सरकार ने बिहार विधानसभा में बुधवार को विश्वासमत हासिल कर लिया. इसके ठीक पहले विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी से विजय कुमार सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया था. विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. तमाम अटकलों और राजनीतिक सरगर्मी के बीच विजय कुमार सिन्हा ने आखिरकार अपने पद से इस्तीफा दिया तो सदन का संचालन पहले नरेंद्र नारायण यादव ने संभाला और फिर बाद में डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी के आसन पर रहते हुए विश्वास मत के ऊपर चर्चा हुई और फिर मत विभाजन के जरिए सरकार ने इसे सदन में साबित भी कर दिया लेकिन अब विधानसभा के अंदर नए अध्यक्ष का चुनाव होना है स्पीकर के चुनाव को लेकर आज की तारीख बेहद खास है.
स्पीकर की कुर्सी बिहार विधानसभा में राष्ट्रीय जनता दल के पास जानी है. ऐसे में आरजेडी ने अवध बिहारी चौधरी का नाम स्पीकर के लिए तय कर रखा है. आज अवध बिहारी चौधरी स्पीकर पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन में शामिल घटक दलों के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे. महागठबंधन के अंदर 7 दल शामिल हैं. इनके पास 164 का संख्या बल है और ए आई एम आई एम के इकलौते विधायक भी महागठबंधन की सरकार को समर्थन दे रहे हैं. इस लिहाज से स्पीकर की कुर्सी पर अवध बिहारी चौधरी का चुना जाना केवल औपचारिकता मात्र है.
अवध बिहारी चौधरी आरजेडी के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं. उनके पास लंबा विधायक अनुभव है और इसी लिहाज से उन्हें तेजस्वी यादव और लालू यादव ने स्पीकर की कुर्सी के लिए चुना है. लालू यादव और उनके परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले अवध बिहारी चौधरी सिवान जिले से आते हैं. वह 6 बार विधायक चुने जा चुके हैं. 76 साल के अवध बिहारी चौधरी कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. लालू यादव ने उन्हें अपनी पार्टी का संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना रखा था और अब उनके ऊपर यह बड़ी जिम्मेदारी है.