DELHI : मोतिहारी में तैनात बिहार पुलिस के ASP शैशव यादव ने लोकसभा में पेश होने वाले नागरिकता संशोधन विधेयक को बाधित करने की साजिश रची थी. ये साजिश आरोप हम नहीं बल्कि प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल लगा रहे हैं. संजय जायसवाल ने लोकसभा के अध्यक्ष को चिट्ठी लिख कर इस साजिश की जानकारी दी है. उन्होंने ASP शैशव यादव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने की मांग की है.
सत्तारूढ़ दल के प्रदेश अध्यक्ष का सनसनीखेज आरोप
बिहार की सत्ता में साझीदार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बकायदा लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर ये सनीसनीखेज आरोप लगाया है. संजय जायसवाल लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक भी हैं. मुख्य सचेतक ही किसी पार्टी के सांसदों को व्हीप जारी करता है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को लिखे पत्र में संजय जायसवाल ने कहा है कि 8 दिसंबर को पटना से दिल्ली आने के दौरान एयरपोर्ट पर उन्हें टेलीविजन चैनल की खबर से ये पता चला कि मोतिहारी के ASP शैशव यादव ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी ही नहीं बल्कि कुर्की जब्ती का आदेश भी जारी किया है. संजय जायसवाल के मुताबिक उन्हें टीवी की खबर से ही ये भी पता चला कि पूर्वी चंपारण के SP ने उस आदेश पर रोक लगा दिया है. लेकिन खबर मिलने तक वे सेक्यूरिटी चेकिंग करा चुके थे. लिहाजा वहां से वापस लौटना संभव नहीं था और वे दिल्ली चले आये.
नागरिकता संशोधन बिल को बाधित करने की साजिश
संजय जायसवाल के पत्र के मुताबिक 9 दिसंबर को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश होना था. इसमें बहस और वोटिंग में भाग लेने के लिए उन्हें ही पार्टी के सांसदों को व्हीप जारी करना था. लेकिन उससे ठीक पहले मोतिहारी के ASP ने उनकी गिरफ्तारी का आदेश जारी कर दिया. संजय जायसवाल ने कहा है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि ASP ने ये सारा खेल इसलिए किया था कि भाजपा के सांसदों को व्हीप जारी नहीं हो पाये और नागरिकता संशोधन विधेयक बाधित हो जाये.
बिना पूछताछ, जांच के जारी कर दिया आदेश
संजय जायसवाल के मुताबिक मोतिहारी के ASP शैशव यादव ने उनसे पूछताछ की औपचारिकता तक नहीं निभायी. ना ही कोई जांच पड़ताल की. सीधे गिरफ्तारी और फिर कुर्की जब्ती का आदेश जारी कर दिया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का आरोप है कि ये सोंची समझी साजिश थी, जिसे शैशव यादव ने अंजाम दिया. वैसे संजय जायसवाल से पहले भूपेंद्र यादव ये आरोप लगा चुके हैं कि ये सारा साजिश विपक्षी पार्टियों का है.
विशेषाधिकार हनन का मामला चले
संजय जायसवाल ने लोकसभा के अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि इस पूरे प्रकरण से एक सांसद की छवि धूमिल हुई है. मोतिहारी के ASP ने बड़ी साजिश रची है. लिहाजा उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला चलना चाहिये. संजय जायसवाल ने कल ही ये पत्र लोकसभा के अध्यक्ष को लिखा है. हालांकि आखिरी फैसला अध्यक्ष को लेना है.