NAGPUR: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि कोरोना महामारी नयी है. उसने कहर मचाया है. लेकिन उससे डरना नहीं है. भय को त्याग कर आत्मविश्वास से इस बीमारी से निपटने के लिए सोच-समझ कर प्रयास करने हैं. जितने दिन बीमारी चलेगी, उतने दिन सेवा और बचाव के कार्य को जारी रखना है. प्रचंड रूप से संघ के सेवा कार्य चल रहें है और उसको समाज देख रहा है. स्वयं के प्रयास से अच्छा बनना और समाज को अच्छा बनाना ही अपना काम है
अपना डंका नहीं बजाते
भागवत ने कहा कि केवल संघ के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि समाज के लिए भी कुछ बाते स्पष्ट हैं. अपने स्वार्थ की पूर्ति या अपना डंका बजाने के लिए हम काम नहीं कर रहे. यह समाज हमारा है, इसलिए सेवा कर रहें हैं. अहंकार को त्याग कर बिना श्रेय के काम करना है. अच्छाई का प्रचार-प्रसार भी हमे करते रहना है. ताकि दूसरे लोग भी प्रेरणा लें. समस्त समाज की सर्वांगीण उन्नति ही हमारा एकमात्र लक्ष्य है.
सम्पूर्ण संसार के मुकाबले भारत में अभी तक बहुत अच्छा काम हुआ है. क्योंकि तत्परतापूर्वक सभी महत्वपूर्ण कदम प्रशासन ने उठाये और समाज ने सकारात्मक रूप से सभी चीज़ों का पालन किया. सेवाकार्य बिना किसी भेदभाव के सबके लिए करना है. जिन्हें सहायता की आवश्यकता है वे सभी अपने है, उनमें कोई अंतर नहीं करना. अपने लोगों की सेवा उपकार नहीं है वरन हमारा कर्तव्य है.