MUZAFFARPUR: बड़ी खबर मुजफ्फरपुर से आ रही है, जहां कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह समेत अन्य लोगों के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर हुआ है। परिवाद दायर कराने वाले शख्स ने कांग्रेस पर धोखाधड़ी और रंगदारी मांगने के गंभीर आरोप लगाया है। आरोप है कि डिजनीलैंड मेला लगाने के लिए 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है। मेला सचिव प्रदीप कुमार ने बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, मुजफ्फरपुर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार मुकुल और उनके बेटे के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया है।
डिजनीलैंड मेला के सचिव प्रदीप कुमार ने आरोप लगाया है कि 9 अप्रैल से 15 जून तक मुजफ्फरपुर स्थित जिला कांग्रेस के कार्यालय तिलक मैदान में डिजनीलैंड मेला लगाना था। जिसको लेकर 12 सितंबर 2022 को बिहार प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष मदन मोहन झा के रहते हुए कांग्रेस के पटना स्थित सदाकत आश्रम के कोष में 1 लाख 65 हजार रुपए चेक के माध्यम से जमा कराए गए थे। पैसे जमा करने के बाद कांग्रेस कार्यालय तिलक मैदान परिसर में डिजनीलैंड और हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट मेला लगाने का परमिशन दिया गया था।
इसको लेकर डिजनीलैंड मेला के सचिव प्रदीप कुमार और जिला के कांग्रेसी अध्यक्ष को पत्र जारी किया गया था और यह कहा गया था कि कांग्रेस कार्यालय के तिलक मैदान कैंपस में यह मेला लगाने की अनुमति दी जा रही है लेकिन 60 दिन तक मेला लगाने की इजाजत मिलने के बाद शिकायतकर्ता जैसे ही अपना सारा सामान लेकर मुजफ्फरपुर पहुंचे तो उनके साथ स्थानीय कांग्रेसी नेताओं और उनके सहयोगियों द्वारा मारपीट की गई और 10 लाख रुपए रंगदारी देने की बात कही गई।
इसको लेकर मेला के सचिव प्रदीप कुमार ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह और मुजफ्फरपुर के जिलाध्यक्ष और उनके पुत्र मोहित के खिलाफ रंगदारी और धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए परिवार दर्ज कराया। मामले में अगली सुनवाई 19 अप्रैल को होगी। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ परिवाद दर्ज होने पर मुजफ्फरपुर की सियासत गर्म हो गई है।