SAHARSA: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जबसे स्वास्थ्य विभाग की कमान संभाली है, तब से विभाग की खामियों को दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं लेकिन धरातल पर इसका असर नहीं दिख रहा है। वही बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा भी खोखला साबित हो रहा है। इसकी एक बानगी बिहार के सहरसा जिले में देखने को मिली।
जहां सदर अस्पताल में एक मरीज के साथ आए अज्ञात लोगों ने अस्पताल कर्मियों पर ईलाज में लापरवाही को लेकर जमकर हंगामा मचाया और तोड़फोड़ की। नाराज लोगों ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के पास शीशे का गेट और दरवाजा को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। हंगामा और तोड़फोड़ करने के बाद सभी फरार हो गए। सलाइन चढ़ाने के बाद डॉक्टर और नर्स गायब हो गये थे इसी बात को लेकर लोग गुस्सा हो गये और तोड़फोड़ करने लगे।
बता दें कि सदर थाना क्षेत्र के हटियागाछी में काम कर रहे एक राजमिस्त्री हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया था। जिसे ईलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान मरीज के साथ काफी संख्या में लोग भी आए हुए थे। अस्पताल में मौजूद प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि अस्पताल में नर्स और डॉक्टर मरीज को सलाईन चढ़ाकर कहीं चले गए और काफी देर तक नहीं लौटे। जिसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा। डॉक्टर और नर्स के नहीं रहने पर लोगों ने अस्पताल में हंगामा मचाया और तोड़फोड़ की।
मरीज के परिजनों का कहना है कि जिन लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ किया गया है, वो उनके आदमी नही थे। वहीं अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद निजी सुरक्षा गार्ड का कहना है कि काफी संख्यां में लोगों की भीड़ मौजूद थी और लोग अचानक हंगामा करने लगे और इस दौरान तोड़फोड़ भी की गयी। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी जिसके बाद मौके पर पहुंची फिलहाल आगे की कार्रवाई में जुटी है।