PBKSvsRCB: अंतिम चार ओवर में मात्र एक बाउंड्री, भुवी-हेजलवुड की जोड़ी के सामने नतमस्तक हुए पंजाब के बल्लेबाज बिहार में 2800 आयुष चिकित्सकों की होगी शीघ्र बहाली, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया ऐलान Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां हुईं तेज, EC जल्द शुरू करेगा BLA-2 के लिए विशेष प्रशिक्षण शादी में सियासत का तड़का: लालू यादव के गाने पर वरमाला के बाद अचानक झूमने लगा दूल्हा, अपनी शादी को बना लिया यादगार Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News: भूमि विवाद में युवक को कुल्हाड़ी से काटा, इलाके में हड़कंप के बाद कई गिरफ्तारियां Dhanush: धनुष की फिल्म के सेट पर लगी भीषण आग, राख में तब्दील हुआ सब कुछ Bihar News: क्रिकेट टूर्नामेंट में पहुंची समाजसेविका सोनाली सिंह, खिलाड़ियों को किया सम्मानित Bihar News: बिहार के इन 59 उत्पादों को जल्द मिल सकता है GI Tag, लिस्ट में लिट्टी-चोखा से लेकर और भी बहुत कुछ
NALANDA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का दर्द एकबार फिर छलका है। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि वो कुछ दिन और बिहार के सीएम होते तो बिहार की तस्वीर कुछ और होती। मांझी ने कहा कि अगर हम दो साल हम और सीएम रहते तो सबको टेकुआ की तरह सीधा कर देते। उन्होंने यह बातें नालंदा में एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कही है।
जीतन राम मांझी ने कहा - हम 19 फरवरी 2015 को रिजाइन कर दिया। अगर हमारे पास 50 एमएलए की ताकत होती तो हमें पद से हटाने की किसी की हिम्मत नहीं होती। अगर मुझे मुख्यमंत्री के पद से नहीं हटाया जाता तो 5 साल की बात तो दूर, हम बिहार को 2 साल में ही टेकुआ (बोरियां सिलने वाली सुई) की तरह सीधा कर देते।
दरअसल, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के संरक्षक नालंदा विधानसभा क्षेत्र के मेहुदीनगर गांव पहुंचे. यहां वह संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती समारोह में शामिल हुए थे। इसी दौरान उन्होंने मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, आज भी शेड्यूल कास्ट को आगे बढ़ाने के लिए 4 मंत्रों की जरूरत होती है। अगर उन मंत्रों पर हम काम करें तो निश्चित तौर पर हमलोगराजनीतिक, आर्थिक व सभी दृष्टिकोण से समाज को आगे बढ़ा सकेंगे।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार आरक्षण खत्म करने की दिशा में साजिश कर रही है जो सफल नहीं होगा।हमारी मांग है कि, अब निजी सेक्टर में भी आरक्षण की व्यवस्था हो। हालांकि, इसके लिए हम लोगों को लड़ाई लड़नी होगी और हम ये लड़ाई लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, किसी भी देश का संविधान कितना भी अच्छा हो, अगर उसे चलाने वाला सही नहीं होगा तो हालात खराब हो जाएंगे। आज संविधान चलाने वाला रेलवे, जहाज, फाइनेंसियल कंपनी, खाद्यान्न का प्राइवेटाइजेशन कर रहा है। इसमें आरक्षण नहीं है. जितने प्रतिशत आरक्षण की बात थी, उतना आरक्षण प्राइवेट सेक्टर में भी हो, तभी हम लोगों के बच्चों को नौकरी मिलेगी।