PATNA : बिहार में सीबीआई की कार्रवाई को लेकर महागठबंधन के तमाम दल आरजेडी के समर्थन में आ गए हैं। कल तक आरजेडी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली जेडीयू और उसके नेता आज केंद्रीय एजेंसी पर सवाल उठा रहे हैं। आरजेडी के साथ साथ जेडीयू भी केंद्र सरकार पर सीबीआई का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही है। इस बात को लेकर बीजेपी ने जेडीयू पर बड़ा हमला बोला है। बीजेपी ने कहा है कि यह काफी दुखद है कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग संवैधानिक संस्थानों पर सवाल उठा रहे हैं। आज जो लोग आरजेडी के साथ सत्ता में बैठे हैं, कभी उन लोगों ने ही लालू परिवार के खिलाफ सीबीआई को सबूत पहुंचाने का काम किया था।
आरजेडी और जेडीयू की तरफ से केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि यह काफी दुखद है कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग संवैधानिक संस्थानों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। मर्यादा को तार तार करते हुए जिस तरह से अपशब्द कहे जा रहे हैं और बैनर लगाए जा रहे हैं, उनका पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने जेडीयू पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जब लालू प्रसाद के जेल भेजने का काम किया था उन्होंने उस समय क्यों नहीं आवाज उठाया था। आज जब उसके साथ उनके साथ गठबंधन कर सरकार में हैं तो सीबीआई पर सवाल उठा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब आरजेडी के लोग पवित्र हैं तो उन्हें डर किस बात का है, सीबीआई का सामना करें। सदन के अंदर जो लोग फाइल खोलने की चुनौती देते हैं अब जब आपकी फाइल खुली है तो घबरा क्यों रहे हैं। अगर उन्होंने गलत नहीं किया है तो इतनी बेचैनी क्यों हो रही है। सात निश्चय योजना में करोड़ों के हुए घोटाले पर आज सरकार सफाई देने से बच रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को बरगलाने से अब काम नहीं चलेगा। विजय सिन्हा ने कहा कि जो ईमानदारी से काम करता है, न उसे किसी का भय होना चाहिए और ना लोभ। उन्होंने कहा कि अगर सरकार के लोग भयभीत हैं तो निश्चित तौर पर दाल में कुछ काला है।
वहीं विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने भी नेता प्रतिपक्ष की बातों के समर्थन करते हुए सरकार के ऊपर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में जब पहली बार सीबीआई पहुंची थी उस समय केंद्र में जनता दल की सरकार थी। जिन लोगों ने आरजेडी के नेता के खिलाफ शिकायत की थी वे लोग आज उसी के साथ सरकार में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि शिवानंद तिवारी और ललन सिंह को बताना चाहिए कि उन्होंने कैसे सीबीआई को सबूत उपलब्ध कराया था। जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह, शिवानंद तिवारी और शरद यादव जैसे लोगों ने ही सीबीआई को कागज पहुंचाने का काम किया था। जब देश में जनता दल की सरकार थी तभी से सीबीआई का काम बिहार में चल रहा है। जो लोग उस समय हाफ पैंट भी नहीं पहनते थे उनपर कुछ बोलना ठीक नहीं है।