SAHARSA : बिहार के सहरसा में स्कूल के अंदर एक छात्रा से यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़ित लड़की के आवेदन सदर थाने में केस दर्ज करके आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। आरोपी स्कूल संचालक का बेटा है। उसने पीड़ित नाबालिग छात्रा से चार साल तक यौन उत्पीड़न किया। स्कूल परिसर में स्थित एक कमरे में वह लड़की से गंदा काम करता था। यही नहीं, इस काम में स्कूल की एक शिक्षिका भी उसका साथ देती थी। जब आरोपी पीड़िता का यौन उत्पीड़न करता तब महिला मैडम कमरे के बाहर निगरानी करती थी। जिसके बाद पुलिस ने इस महिला मैडम को भी हिरासत में लिया। पुलिस ने कुछ देर बाद इस महिला मैडम को रिहा कर दिया। जिसके बाद इसको लेकर लोगों ने सोशल मिडिया के जरिए पुलिस के खिलाफ नाराजगी व्यक्त किया है। जिसके बाद अब पुलिस एक्शन में आयी है।
मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में महिला मैडम के रिहा कर देने और तथाकथित रूप से पीड़िता के परिजनों से बदसुलूकी को लेकर सोशल मिडिया के जरिए पुलिस की छवि को लेकर सवाल उठाया जाना शुरू कर दिया गया।जिसके बाद कोसी रेंज के डीआईजी शिवदीप लांडे ने एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा को मैडम से कड़ाई से पूछताछ का निर्देश दिया है। साथ ही शांति निकेतन शिक्षण संस्थान के निदेशक अजीत कुमार विश्वास के पुत्र सुमित उर्फ सम्राट विश्वास के द्वारा पूर्व में किये गये कृत्यों की जांच के लिए भी निर्देश दिया है।
डीआइजी ने निर्देश में कहा है कि, इस मामले के शिकायतकर्ता द्वारा उन्हें आवेदन देकर न्याय की मांग की गई है। उन्होंने कहा है सदर थाना में दर्ज कांड से स्पष्ट हो रहा है कि पीड़िता के साथ निदेशक पुत्र द्वारा वर्ष 2018 से ही यौन शोषण किया जा रहा था, यह मामला काफी संवेदनशील है। इस कांड के अभियुक्तों द्वारा पहले भी अन्य लड़कियों के साथ इस प्रकार के कृत्य करने की बात कही जा रही है। डीआईजी ने मामले में गहनता साथ अनुसंधान करने का निर्देश दिया है।
डीआइजी ने कहा है कि, पीड़िता द्वारा न्यायालय में दिए गये बयान का साक्ष्य संकलन करना आवश्यक है। विद्यालय के लाइब्रेरी के बगल वाले कमरे में ले जाकर पीड़िता के साथ गलत कार्य किये जाने की बात कही गई है। इसलिए संबंधित कमरा को चिह्नित कर पूरा साक्ष्य संकलन करने का निर्देश दिया गया है। डीआईजी ने निर्देश दिया है कि जिस समय यह घटना हुई थी तो उस समय लगे सीसीटीवी कैमरा का फुटेज जांच करें।
डीआईजी ने आदेश में कहा है कि, अभियुक्त द्वारा मैडम के माध्यम से छात्रा साथ गलत कार्य किया गया है। जानकारी मिली है कि मैडम को थाना पर बुलाकर पूछताछ कर कैसे छोड़ा गया। इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश भी जारी किया गया है। शिवदीप लांडे ने कहा है कि - इससे आम जनता में पुलिस की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने मैडम से इस कांड के घटनास्थल की पहचान कराकर साक्ष्य संकलन करने का भी निर्देश दिया है।साथ ही निदेशक के पुत्र द्वारा इस प्रकार का मामला कितने लड़कियों के साथ किया गया है इस संबंध में उसके सहयोगी मैडम से भी कड़ाई से पूछताछ करने को कहा गया है। छात्रा की मां के आवेदन में अभियुक्त द्वारा वीडियो बनाने की बात दर्शाने पर संबंधित वीडियो प्राप्त कर उसे जब्त करने का भी निर्देश जारी किया गया है।