PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री आगामी सालों में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता को मजबूती देने में लगे हुए हैं। यही वजह है कि वो फिलहाल दिल्ली दौरे पर हैं और वहां बड़े नेताओं के साथ मिलकत भी कर रहे हैं। नीतीश ने दिल्ली पहुंचते हो सबसे पहले बिहार में सहयोगी के रूप सरकार चला रही पार्टी राजद के सुप्रीमों लालू यादव से मुलकात करने पहुंचे। इन दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट की मुलाकात के हुई। इस बीच अब नीतीश कुमार के पुराने सहयोगी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि, नीतीश कुमार लालू प्रसाद के शरण में नतमस्तक हो चुके हैं। उन्होंने नीतीश की लालू से मुलकात का फोटो ट्वीट किया और लिखा है कि, “लालू जी शरणम गच्छामि"।
आरसीपी सिंह ने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार से सात सवाल पहुंचे हैं। इस फोटो के माध्यम से नीतीश बाबू कह रहे हैं-भाई साहब आप सही थे और मैं ग़लत था। मुझे माफ़ कर दीजिए। नीतीश बाबू ,बिहार की जनता, आपके समर्थक, शुभचिंतक इस फोटो का क्या अर्थ निकालें? क्या आप श्रीमान लालू जी को यह कह रहे हैं की भाई साहब 1994 के बाद मैंने जो आपके ख़िलाफ़ राजनीति की वो एक भूल थी, ग़लत था एवं बिना सोचे समझे था। भाई साहब 1994 के बाद विभिन्न चुनावों के अवसर पर ,संसद में, विधान सभा में , विधान परिषद में आपके एवं आपके कार्यकाल के बारे में मैंने जितने भाषण दिए वो सभी असत्य थे ,बिना सोचे समझे एवं तथ्य से परे थे।
इसके आगे आरसीपी सिंह ने कहा - भाई साहब आपके ख़िलाफ़ मेरे कुछ सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये, न्यायालयों में आपके ख़िलाफ़ केस किए एवं आपको भ्रष्टाचार के मामले में सज़ा भी हुई, वह ग़लत था और मैं उससे सहमत नहीं था ।इसके लिए मुझे आप माफ़ कर दीजिए। नीतीश बाबू ,बिहार की जनता ये जानना चाहती है कि लोक सभा चुनावों में लालू जी के ख़िलाफ़ चुनाव जीतकर आप केंद्र में रेल मंत्री, कृषि मंत्री एवं भूतल परिवहन मंत्री बने, वो आपका निर्णय ग़लत था। 2005 में NDA के नेतृत्व में लालू जी के ख़िलाफ़ चुनाव जीतकर आप बिहार के मुख्यमंत्री बने, वो आपका निर्णय ग़लत था।
अगर ऐसी बात है नीतीश बाबू तो आपको लालू जी और उनके परिवार के साथ ही बिहार की जनता से ,करोड़ों मतदाताओं से अपनी गलती स्वीकार कर सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगनी चाहिए। साथ ही जिन कार्यकर्ताओं ने लालू जी के ख़िलाफ़ संघर्ष किया एवं आपका साथ दिया ,बलिदान दिया , उनसे भी आपको माफ़ी माँगनी चाहिए की मेरी राजनीति ग़लत थी ।.जब जैसी, तब तैसी , गुड़ खाइए गुलगुले से परहेज़ ,नीतीश बाबू ! नीतीश बाबू , बिहार की जनता और आपके समर्थक- शुभचिंतक इस फोटो के क्या मायने निकालें?
इधर,नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचने के बाद मीसा भारती के घर गए। लालू प्रसाद सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद भारत लौटने पर यहीं रह रहे हैं। नीतीश ने लालू से उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली। इस मुलाकात के बाद नीतीश ने मीडिया से कहा कि वह लालू प्रसाद के साथ फोन पर संपर्क में थे लेकिन उनसे मिलना जरूरी था, इसलिए उनसे मिलने आ गए।
नीतीश कुमार ने पिछले साल सितंबर में दिल्ली का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, डी राजा, सीताराम येचुरी और अखिलेश यादव जैसे नेताओं से मुलाकात की थी। नीतीश कुमार कई बार कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए एकजुट होने की सलाह दे चुके हैं। नीतीश कुमार ने फरवरी में कहा था कि अगर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ते हैं, तो बीजेपी 100 से कम सीट पर सिमट जाएगी।