कृषि कानून की वापसी पर जाप कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न, इसे किसानों के संघर्ष की जीत बताया

कृषि कानून की वापसी पर जाप कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न, इसे किसानों के संघर्ष की जीत बताया

PATNA:  केंद्र सरकार द्वारा काले कृषि कानून की वापसी पर जन अधिकार पार्टी ने शुक्रवार को पटना में जश्न मनाया। अबीर गुलाल के साथ जाप कार्यकर्ता डाकबंगला चौराहा पहुंचे और एक दूसरे को अबीर लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया। जाप कार्यकर्ताओं ने इसे किसानों के संघर्ष की जीत बताया। 


जाप कार्यकर्ताओं ने 700 किसानों के बलिदान को लेकर जाप नेताओं ने पीएम मोदी की गलत नीति पर उनके चेहरे पर कालिख पोती। इस मौके पर जाप युवा नेता राजू दानवीर ने कहा कि कोई भी बलिदान कभी व्यर्थ नही जाता है। सरकारे झुकती है। घमण्ड टूटता है। लेकिन बलिदानों का मोल माफी मांगकर नहीं चुकाया जा सकता है। किसान आन्दोलन भारतीय इतिहास में सदैव मिसाल बनकर रहेगा। 


दानवीर ने कहा कि मोदी सरकार के काले कानून के खिलाफ जाप ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव के नेतृत्व में बिहार से दिल्ली तक संघर्ष किया। इसमें जन अधिकार युवा परिषद के साथियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में हमारे 700 किसान अपनी जान की जो कुर्बानी दी है। 


इस काला कानून की खिलाफ में हम सरकार से मांग करेंगे। इन सभी शहीद किसान परिवार को एक सरकारी नौकरी और कम से कम दो करोड़ रुपिया सहयोग राशि में दिया जाए।  उसके साथ साथ उन किसान भाइयों को शहीद का दर्जा दिया ।


इतना ही नहीं, जाप नेता ने आगे कहा कि यह किसानों की जीत है यह देश की जीत है यह सच में लोकतंत्र की जीत है। किसान आंदोलन में शहीद सभी किसान भाइयों को मेरा शत-शत नमन। देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए उनका यह बलिदान सदैव याद रखा जायेगा l