'...काशी-मथुरा बाकी है', राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मोदी के ख़ास मंत्री ने बताया आगे का प्लान; जानिए क्या है पूरी खबर

'...काशी-मथुरा बाकी है', राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मोदी के ख़ास मंत्री ने बताया आगे का प्लान; जानिए क्या है पूरी खबर

BEGUSARAI : बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है। अयोध्या को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि कहा कि अभी तो रामलला का मंदिर बना है। ये तो झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है। गिरिराज सिंह उत्तर बिहार के पवित्र गंगा नदी तट के जानकी पौड़ी घाट पर यह बातें कहीं है। 


दरअसल, केंद्रीय मंत्री सिमरिया धाम में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि - नरेंद्र मोदी ऐसे शख्स हैं जिन्होंने जो संकल्प लिया उसे करके दिखा दिया। नरेंद्र मोदी आज 11 दिनों से अपने संकल्प को लेकर भूखे-प्यासे प्रतिष्ठान में लगे हुए थे। विरोधियों की ओर से आपत्तिजनक बातें कही गईं। गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत के सनातन अब जाग चुके हैं। 


वहीं दूसरी ओर अयोध्या में रामलाल की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बेगूसराय में भी साधु-संतों में खुशी देखी जा रही है। सर्व मंगला आश्रम के संरक्षक चिदात्मन जी महाराज ने कहा कि रामलला एक बार फिर अयोध्या में विराजमान हुए हैं इसको लेकर साधु-संतों में काफी खुशी है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सिमरिया का महत्व और भी बढ़ गया है। 


गिरिराज सिंह ने कहा कि जो काम इतने साल बाद हुआ यदि कांग्रेस चाहती तो आजादी के तुरंत बाद मंदिर बन जाती। आज अयोध्या में श्रीराम मंदिर बना है तो लाखों हिंदुओं के सैकड़ों वर्षों के संघर्ष का परिणाम है। भगवान श्रीराम से गिरिराज सिंह ने यह प्रार्थना की है कि वे काशी और मथुरा तक यह लीला दिखाएं। ताकि फिर कोई बाबर विध्वंस के लिए यहां नहीं पहुंच सके।


उधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि अयोध्या श्रीधाम में भगवान श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठापन यज्ञ से पुरे दुनिया में सनातन धर्म के पुनर्जागरण का काम हुआ है। उन्होंने कहा कि कि आज राजनीतिक बात नहीं कर रहा हूं। कुछ लोग कह रहे थे कि पीएम नरेंद्र मोदी को प्रतिष्ठापन के कार्य में भाग नहीं लेना चाहिए तो इस संबंध में सिर्फ सोचने के लिए कह रहा हूं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठापन के लिए स्वयं कितना कठोर तप व अनुष्ठान किया है।