PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है। नीतीश कुमार ने कहा है कि, हम जहरीली शराब से मरे लोगों के परिवारों को मुआवजा देंगे। CM रिलीफ फंड से परिवारों को मदद दी जाएगी। यह मदद 2016 के बाद से शराब से हुई सभी मौतों पर दिया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट भी मांगी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 1 अप्रैल 2016 से हमने शराब बंदी लागू किया। उसके बाद इसको लेकर निरंतर अभियान चलाते रहे हैं। इसके बाद आप जानते हैं कि कितना ज्यादा लोग शराब पीना छोड़ दिए। लेकिन इधर जो कुछ घटनाएं घट रही है। अभी कुछ दिन पहले और उसके बाद 2021 के लास्ट में घटना हुई। इसके बाद उसको लेकर हम लोग 2022 में अब लोगों के बीच गए भी। उसके बाद किधर जो घटना घटी है कि जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो गई है। ई बड़ा दुःखद बात है।
इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि जब 2016 में हमने शराब बंदी लागू किया था वह तो उसके चलते हम लोगों ने कर दिया था कि जो भी गलत तरीके से शराब बचेगा उस से पर कार्रवाई की जाएगी। हम तो कहते ही थे कि पियोगे तो नुकसान होता ही है। जब जहरीला पीते हैं तो इसी के चलते मर जाते हैं तो बड़ा दुःखद होता है। इधर, फिर जो घटना हुई उसको देख कर मुझे बहुत खराब लगा और जब मुझे खराब लगा तो अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर यह काम करने का निर्णय लिया है।
सीएम ने कहा कि- बिहार में हमारे लाख कोशिश के बावजूद जहरीली शराब से मौत हो रही। काफी प्रयास के बाद भी ये सब हो रहा। हमेशा से ही गरीब और समान्य लोग शराब पी लेते है। हमने कहा है कि- अब तक जिस परिवार का कोई मरा है। साफ तौर पर मरा है। वो शराब कहां से पिया है। लिखित तौर पर भेज दे। डीएम के पास भेजे। जिसका भी मौत हुआ है। कौन गड़बड़ किया है। सब लिखकर दें हमलोग उसको मदद करेंगे।
नीतीश कुमार ने कहा कि- लोगों ने गलत किया है. मगर, फिर भी हमलोग उनके परिवार की मदद करेंगे।उनके परिवार के लोगों को सीएम रिलिफ फंड से चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। ये मुआवजा 2016 से अभी तक जहरीली शराब के कारण मारे गए लोगों को परिजनों को मिलेगा। इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है कि 2016 से सभी जिलों में जितनी भी मौत हुई है. उनका आंकड़ा तैयार किया जाए। लिस्ट के अनुसार, मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। हालांकि, इसके लिए सभी परिवारों को यह लिखकर देना पड़ेगा कि वे शराबबंदी के पक्ष में हैं और शराब पीकर गलती की है तब जाकर उन्हें सरकार के तरफ से मदद मिलेगी।
गौरतलब हो कि, पिछले साल छपरा में जहरीली शराब से 74 लोगों की मौत के समय जब विपक्ष बिहार सरकार से मुआवजा की मांग कर रही थी, तब सीएम ने साफ कहा था कि एक पैसा नहीं देंगे। नीतीश कुमार ने कहा था कि दारू बंद है। फिर भी लोग पी रहे हैं। पीकर मरे हैं तो क्या सरकार मुआवजा देगी। जो शराब पीयेगा, वो मरेगा ही। सीएम के इस बयान के बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई थी।