First Bihar की खबर का बड़ा असर: आनंद मोहन को जेल की जगह घर पहुंचाने के मामले में जेलर-वार्डन-कक्षपाल सस्पेंड

First Bihar की खबर का बड़ा असर: आनंद मोहन को जेल की जगह घर पहुंचाने के मामले में जेलर-वार्डन-कक्षपाल सस्पेंड

SAHARSA: पूर्व सांसद बाहुबली आनंद मोहन को कोर्ट से घर ले जाने के मामले में सहरसा मंडल कारा के जेलर समेत जेल के 3 कर्मियों को सस्पेंड किया गया है। जिसमें जेलर, वार्डन और कक्षपाल शामिल है। इससे पहले भी आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया था। जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन की पेशी के दौरान उल्लंघन मामले में कार्रवाई की गयी है। DM की अनुशंसा पर जेल IG ने निलंबन की कार्रवाई की है। 


फर्स्ट बिहार की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है। पटना की कोर्ट में पेशी बाद सजायाफ्ता आनंद मोहन के अपने आवास जाने के मामले में डीएम की अनुशंसा पर जेल आईजी ने बड़ी कार्रवाई की है। इससे पहले सहरसा एसपी लिपि सिंह ने मामले में कार्रवाई करते हुए आनंद मोहन को लेकर पटना आने वाले सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। सहरसा एसपी ने जांच में मामले को सत्य पाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।


सहरसा एसपी की तरफ से जारी पत्र में उन्होंने फर्स्ट बिहार की खबर का जिक्र करते हुए कहा था कि सजायाफ्ता आनंद मोहन ने बीते 12 अगस्त को अपने निजी आवास पर पहुंच कर पत्नी, बेटे और पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी। मुख्यालय डीएसपी की जांच में सभी पुलिसकर्मी दोषी पाए गए थे। डीएसपी मुख्यालय की अनुशंसा पर एसपी ने दोषी पाए गए सभी 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था।


मामले में दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों में दारोगा संतोष कुमार, कांस्टेबल राजू कुमार गुप्ता, कांस्टेबल शिव प्रकाश कुमार, सिपाही दिनेश कुमार, सिपाही राजू कुमार और सैप ड्राइवर रविंद्र सिंह शामिल हैं। बता दें कि गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी.कृष्णैया हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आनंद मोहन पटना में खुलेआम घुमते नजर आए थे। 


12 अगस्त को एक केस में पेशी के लिए आनंद मोहन को पुलिस कस्टडी में पटना लाया गया था। पेशी के बाद वे वापस जेल जाने के बजाए पाटलिपुत्रा स्थित अपने आवास पहुंच गए थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की थी। और अब पूर्व सांसद बाहुबली आनंद मोहन को कोर्ट से घर ले जाने के मामले में सहरसा मंडल कारा के जेलर समेत जेल के 3 कर्मियों को सस्पेंड किया गया है। जिसमें जेलर, वार्डन और कक्षपाल शामिल है।