दूध में मक्खी की तरह चंद्रशेखर को निकालकर फेंका, बोली BJP..बिहार में खाता ना बही..जो नीतीश जी कहे वही सही

दूध में मक्खी की तरह चंद्रशेखर को निकालकर फेंका, बोली BJP..बिहार में खाता ना बही..जो नीतीश जी कहे वही सही

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार की देर शाम कैबिनेट में बड़ा फेरबदल कर दिया। राजद कोटे के 3 मंत्रियों के विभाग को बदल दिया है। करीब 17 महीने शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर से शिक्षा विभाग छीन लिया गया। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार में पहले सेक्रेटरी फिर मंत्री। यही कारण है कि दूध में मक्खी की तरह चंद्रशेखर को उठाकर फेंका गया। शाहनवाज ने कहा कि ये अब तय हो गया है कि "बिहार में खाता ना बही जो नीतीश जी कहे वो सही"..


शाहनवाज ने आगे कहा कि लालू-तेजस्वी की कुछ नहीं चल रही है। उनके मंत्रियों के बारे में भी निर्णय मुख्यमंत्री ही कर रहे हैं। नीतीश कुमार के सामने घुटने टेकने के सिवाय राजद के पास कोई उपाय नहीं है। 


शाहनवाज ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर कभी रामायण तो कभी भगवान राम को लेकर विवादित बयान देकर विवादों से घिरे रहते थे। बिहार के अंदर अब मंत्रियों की कोई हैसियत नहीं रही। केके पाठक अच्छा काम कर रहे थे पाठक ने शर्त रख दी होगी कि मंत्री को हटा देना है। नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री को दूध में मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया। यह साबित हो गया है कि बिहार में पहले सेक्रेटरी है फिर मंत्री है। 


शाहनवाज ने कहा कि केके पाठक तो अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन वहां के शिक्षा मंत्री कभी रामचरित मानस पर बयान देते थे शिक्षा के अलावे अन्य विषयों पर ज्यादा चर्चा करते थे। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही उनका मंत्रालय भी चला गया। नीतीश कुमार ने इस बात का ध्यान रखा कि पूरा बिहार राममय है ऐसे व्यक्ति जो रामचरित मानस पर ही सवाल उठाते हैं उसको उन्होंने शिक्षा विभाग से बेदखल करके गन्ना विभाग दे दिया।