Bihar Teacher News: हेडमास्टर है या हैवान? दर्जनभर छात्र-छात्राओं को पीट-पीटकर पहुंचा दिया अस्पताल, परिजनों ने स्कूल में की तालाबंदी Bihar Teacher News: हेडमास्टर है या हैवान? दर्जनभर छात्र-छात्राओं को पीट-पीटकर पहुंचा दिया अस्पताल, परिजनों ने स्कूल में की तालाबंदी Gopal Khemka Net Worth: कितनी संपत्ति के मालिक थे गोपाल खेमका? पटना के बड़े कारोबारियों में थे शुमार बिहार में गुंडों की गोलियां आग उगल रही हैं...यह गुंडाराज नहीं तो और क्या है ? गोपाल खेमका हत्याकांड के बाद कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह का नीतीश सरकार पर बड़ा प्रहार Bihar Crime News: नदी से युवक का शव मिलने से सनसनी, हत्या कर डेड बॉडी फेंकने की आशंका Success Story: गोलगप्पे बेचने वाले का बेटा बना IITian, संसाधनों की कमी के बावजूद कड़ी मेहनत से हासिल किया मुकाम Bihar Crime News: बिहार में पूर्व नक्सली की गला रेतकर बेरहमी से हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात की आशंका Bihar Crime News: बिहार में पूर्व नक्सली की गला रेतकर बेरहमी से हत्या, पुरानी रंजिश में वारदात की आशंका Bihar Crime News: सीतामढ़ी में गाली-गलौज के बाद गोलीबारी, 2 किशोर घायल Devshayani Ekadashi 2025: देवशयनी एकादशी व्रत कल, भूलकर भी ना करें यह काम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 12 Oct 2024 06:28:20 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : दशहरे का महापर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मानकर मनाया जाता है।
जानकारी के अनुसार इस साल देश में दशहरा 12 अक्टूबर यानी आज मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं कि इस साल विजयादशमी पर कौन से शुभ मुहूर्त और योग बन रहे हैं।
दशहरे पर हर साल रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाता है. दशहरे का उत्सव केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि समाज में नैतिकता और सत्य की विजय को भी दर्शाता है।
बताया जा रहा है कि 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से दशमी तिथि शुरू होगी जो 13 अक्टूबर की सुबह 9 बजकर 08 मिनट पर समाप्त होगी. लेकिन उदयातिथि के आधार पर, दशहरा 12 अक्तूबर यानी शु्क्रवार को ही मनाया जाएगा. यह दिन विशेष रूप से रावण दहन, पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
आपको बताते चलें कि रावण दहन दशहरे का मुख्य आकर्षण है. रावण का दहन प्रदोष काल में करना शुभ माना जाता है. इस साल रावण दहन का सही समय शाम 5 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इस दौरान पूरे भारत में रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले जलाकर बुराई के अंत का जश्न मनाया जाएगा।