PATNA : बिहार में नई सरकार के गठन के तुरंत बाद घटक दलों के बीच दूरी देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो मौकों पर आरजेडी कोटे के मंत्रियों से दूरी बनाई है।
पहला कार्यक्रम बिहार विधान परिषद में आयोजित कार्यक्रम में ना तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिखे और ना ही आरजेडी कोटे के कोई मंत्री ही मौजूद रहे। जबकि जेडीयू के कई मंत्री और नेता इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे।
दूसरी खबर मुख्यमंत्री के द्वारा की गई समीक्षा बैठक के सामने आई है। बिहार में सूखे के हालात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज समीक्षा बैठक की और इस दौरान ना तो बिहार के कृषि मंत्री दिखे और ना ही आपदा प्रबंधन मंत्री मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे।
कृषि मंत्री आरजेडी से सुधाकर सिंह और आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज है लेकिन में सूखे को लेकर बिहार में पैदा हुए हालात की समीक्षा मुख्यमंत्री ने सिर्फ अधिकारियों के साथ बैठकर की।
सीएम नीतीश ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि किसानों को हरसंभव सहायता सुनिश्चित की जाए। डीजल अनुदान के तहत किसानों को डीजल अनुदान तेजी से दिलाया जाए। किसानों को निर्बाध 16 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाए, जो किसान अल्प वर्षा की वजह से खेती नहीं कर पाए है उनकी मदद की जाए।
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि बारिश कम होने की वजह से पीने के पानी की कोई दिक्कत नहीं हो इसे भी सुनिश्चित की जाए और इसकी मॉनिटिरिंग होती रहे। जूलाई महीने में सुपौल,अररिया,किशनगंज को छोड़कर 35 जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है। 20 जुलाई तक 212 प्रखंडों में कम वर्षा की स्थिति थी जो अब घटकर 123 प्रखंड हो गया है। आकस्मिक फसल योजना के तहत 12 प्रकार की फसल के बीज किसानों को जल्द से जल्द मुहैया कराया जाए।