DARBHANGA : बिहार की सियासत में तेजी से हुए बदलाव पर सबकी नजर है। जन सुराज अभियान के संयोजक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान को लेकर हमला बोला है जिसमें सीएम ने 20 लाख नौकरी देने का एलान किया था। प्रशांत किशोर ने कहा है कि जब नीतीश कुमार को पता था कि राज्य में 10 लाख सरकारी नौकरियां दी जा सकती हैं, तो इतने दिनों में क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बिहार की जनता को बेवकूफ बना रहे हैं।
दरअसल, रविवार को प्रशांत किशोर दरभंगा के किला घाट के पास आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ी चुनौती देते हुए कहा है कि अगर सरकार अगले एक वर्ष में सिर्फ पांच लाख लोगों को भी सरकारी नौकरी दे सकें तो वे जन सुराज अभियान वापस लेकर सीएम के पीछे जेडीयू का झंडा लेकर घुमेंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के 17 साल मुख्यमंत्री रहते हुए आज पता चला है कि 10 लाख लोगों को नौकरी दी जा सकती है तो वे किस महुर्त का इंतजार कर रहे थे, जब नौकरी थी तो दिया क्यों नहीं।
उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री राज्य के लोगों को बेवकूफ बनाने का काम कर रहे हैं। सात निश्चय योजना बनी तो सरकार ने राज्य के हर बेरोजगार को एक हजार रुपया भत्ता देने की घोषणा की लेकिन आज कितने लोगों के बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले उसी घोषणा को पूरा कर दे उसके बाद रोजगार की बात करे। उन्होंने कहा कि बिना किसी योजना के गांधी मैदान में खड़े होकर कह दिया कि 20 लाख लोगों को रोजगार देंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे वोट देने के मामले में स्वार्थी बनें और अपनी भलाई को देखते हुए वोट करें।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड कभी बिहार की नंबर वन पार्टी थी लेकिन आज नंबर 3 की पार्टी हो गई है। नीतीश कुमार कभी उलट के इस साइड, कभी उलट के उस साइड चले जाते हैं लेकिन जनता बेवकूफ नहीं है सबकुछ देख रही है। जनता ने कभी 117 विधायकों को विधानसभा भेजने का काम किया था लेकिन आज संख्या घटकर 45 हो गई है और यही रवैया रहा तो पता नहीं यह संख्या कहां जाकर रूकेगी।