चिराग ने तेजस्वी को अपना छोटा भाई बताया, बोले- जनता तय करेगी उसका नेता कौन होगा

चिराग ने तेजस्वी को अपना छोटा भाई बताया, बोले- जनता तय करेगी उसका नेता कौन होगा

DELHI : बिहार में एनडीए से अलग जाकर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर चुके चिराग पासवान अब लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं. चिराग पासवान थोड़ी देर पहले अपना खुला पत्र लिखकर स्टैंड साफ किया था और अब उन्होंने महागठबंधन की तरफ से सीएम कैंडिडेट तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है. चिराग पासवान ने कहा है कि तेजस्वी यादव उनके छोटे भाई हैं. 


चिराग ने कहा है कि तेजस्वी यादव उनके छोटे भाई हैं और मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने आगे कहा है कि लोकतंत्र में विकल्प का होना बेहद जरूरी है. जनता के सामने ज्यादा विकल्प होने से बेहतर नतीजे सामने आते हैं. चिराग पासवान ने कहा है कि यह जनता को तय करना है.


चिराग ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्हें काफी उम्मीदें थीं मगर वे विफल हो गए. यह चिंता की बात है कि विकास के लिए नीतीश कुमार की क्या सोच है. जमीनी स्तर के लोगों को विकास की योजनाओं का लाभ नहीं मिला. 


बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से नाता तोड चुके लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने जनता के नाम खुला पत्र लिखा है. चिराग ने कहा है कि जनता ने इस चुनाव में अगर जेडीयू को एक भी वोट दिया तो उनका भविष्य बर्बाद हो जायेगा. पत्र में दावा किया गया है कि बिहार में इस दफे भाजपा-लोजपा की सरकार बनेगी. 


चिराग पासवान ने दावा किया है कि बिहार में इस दफे भाजपा-लोजपा की सरकार बनेगी. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए बिहार में अकेले चुनाव लड़ रहे हैं. इसमें उनका कोई निजी स्वार्थ नहीं है. हालांकि कुछ लोग ये भम्र फैलाने की कोशिश कर सकते हैं कि उन्होंने अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए जेडीयू से नाता तोड़ा है. चिराग ने कहा कि उन्हें अभी और अनुभव लेना बाकी है. 


चिराग ने कहा है कि बिहार का ये चुनाव 12 करोड़ बिहारियों के लिए जीवन मरण का सवाल है. बिहार के पास अब खोने के लिए कुछ भी नहीं है. चिराग ने पत्र में लिखा है “जेडीयू प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने को मजबूर कर देगा. लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी. राह तो पिछले 3 दशकों से मेरे बिहार और बिहारियों की भी आसान नहीं रही है तो हमारी कैसे आसान होगी.”