PATNA : एक समय में दलितों के लिए एकजुटता से आवाज उठाने वाले चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच आज क्या रिश्ता है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। ये दोनों चाचा - भतीजा एक दूसरे का नाम तक अब सुनने को भी तेयार नहीं है। इस बात एक और नुमना राज राजधानी पटना में पशुपति पारस से तरफ से बुलाई गई एक बैठक में देखने को मिला। जब पारस चिराग का नाम लेने पर किस कदर भड़क गए कि अपना आपा खोते हुए यह तक कह डाला कि, जब उसने बोल दिया कि उसका खून अलग है मेरा अलग तो वो कैसे मेरा भतीजा होगा। इसलिए आगे से उसका नाम तक नहीं लिगियेगा मेरे पास।
दरअसल जब पशुपति पारस से सवाल किया गया कि राजद के तरफ से दी जा रही इफ्तार पार्टी में चिराग पासवान जा रहें हैं आप नहीं जा रहे ऐसा क्यों तो पारस ने जवाब देते हुए कहा - अरे यार चिराग पासवान की बात मत करो। हमारी बात करो, एनडीए की बात करो। चिराग पासवान कहां जा रहा है नहीं जा रहा है उससे हमको क्या मतलब है।
इसके बाद जब उनसे क्या सवाल किया गया कि अमित शाह का रहे हैं कि भाजपा 40 सीटों पर तैयारी कर रही है तो आपकी जगह फिर कहां है। तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि शायद आपको पता नहीं है कि बिहार में 40 सीटों पर भाजपा तैयारी कर रही है तो भाजपा का मतलब एनडीए गठबंधन होता है। यह समझिए और दिमाग खोलकर समझिए। बेकार का दिमाग मत लगाइए बिहार में एकमात्र सहयोगी दल है वह हमारी पार्टी है और हमारी पार्टी और भाजपा का गठबंधन है और यह गठबंधन जिंदगी भर रहेगा। 2014 में मेरा गठबंधन हुआ था भाजपा से और मैं यह घोषणा किया हूं कि जब तक राजनीति में जिंदा रहूंगा भाजपा के साथ गठबंधन में रहूंगा।
इसके अलावा जब उनसे यह का सवाल किया गया कि आप भाजपा के साथ हैं लेकिन भाजपा के जब प्रदेश अध्यक्ष मोकामा में एक सम्मेलन में जाते हैं तो उनकी हूटिंग की जाती है। जिसके बाद उन्होंने पूछा कि किसने ऐसा किया है। इसके बाद पत्रकारों ने हमें बताया कि यह हूटिंग उनके भतीजे चिराग पासवान के समर्थकों द्वारा किया गया है। ऐसे में एक बार फिर से चिराग पासवान का खुद का भतीजा बता जाने पर पशुपति पारस हत्थे से उखड़ गए और पत्रकारों को फटकार लगाते हुए कहा कि आप लोग को कितनी बार बताएं वह हमारा भतीजा नहीं है। जब उसने कह दिया था की मेरा खून अलग है और उसका खून अलग है तो फिर किस बात का भतीजा। इसलिए आगे से उसका नाम मेरे सामने नहीं लिगियेगा।