PATNA: बिहार की सियासत में पिछले कई दिनों से बड़े सियासी उलटफेर के कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार किसी भी वक्त पलटी मार सकते हैं। इन कयासों को तब और बल मिल गया जब अमित शाह ने कहा कि पुराने साथियों के लिए बीजेपी के दरवाजे खुले हुए हैं। अमित शाह के बदले तेवर के बीच जेडीयू भी बीजेपी को लेकर सॉफ्ट हो गई है। जेडीयू ने भी कह दिया है कि अमित शाह ने कभी नहीं कहा है कि हमारे लिए बीजेपी के दरवाजे बंद हैं।
दरअसल, कुछ दिनों पहले तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कह रहे थे कि नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के सभी दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गये हैं लेकिन शाह के तवर अचानक बदल गए हैं। अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा है कि जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव होगा को विचार किया जायेगा। अमित शाह के इस संकेत के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इसी बीच नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ी बात कह दी है।
अमित शाह के बयान के बार में जब मीडिया ने मंत्री अशोक चौधरी से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अमित शाह ने कभी नहीं कहा है कि जेडीयू के लिए दरवाजे बंद हैं वे तो हमेशा बोलते रहे हैं कि जेडीयू की तरफ से कोई प्रस्ताव आएगा तो विचार किया जाएगा लेकिन जेडीयू की तरफ से कोई प्रस्ताव देगा तब न। हमलोगों की तरफ से तो कोई प्रस्ताव नहीं दिए हैं। कोई भी व्यक्ति से पुछिएगा तो कहेगा कि प्रस्ताव आएगा तो हमलोग विचार करेंगे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या जेडीयू और बीजेपी दोनों एक-दूसरे के प्रस्ताव का इंतजार कर रही है।
वहीं दिल्ली में चिराग पासवान, मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की बैठक के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा है कि पड़ोसी के घर में क्या हो रहा है उससे हमलोगों को क्या मतलब है, हमलोगों को क्या पड़ा है किसी के घर में ताकझांक करने का, हमलोग को अपने घर को ठीक करने में लगे हुए हैं। दूसरे लोग क्या कर रहे हैं उससे हमें कोई मतलब नहीं है। हमलोग नीतीश कुमार ने जो 18 वर्षों में राज्य के विकास के लिए काम किए उसको लेकर जनता के बीच जाएंगे।