बिजली विभाग का कारनामा, शहीद खुदीराम बोस को भेजा बिजली बिल, एक लाख 36 हजार 943 रुपये पेमेंट करने का नोटिस

बिजली विभाग का कारनामा, शहीद खुदीराम बोस को भेजा बिजली बिल, एक लाख 36 हजार 943 रुपये पेमेंट करने का नोटिस

MUZAFFARPUR: बिहार सरकार का बिजली विभाग अपने कारनामों को लेकर हमेशा चर्चे में रहता है। लोगों को गलत बिजली बिल भेजना, कनेक्शन काट देना...ऐसी कई शिकायतें आपने सुनी होगी. लेकिन इस बार बिहार के बिजली विभाग ने जो कारनामा किया है वह आपको हैरान कर देगा. बिजली विभाग ने अमर शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी के नाम बिजली बिल जारी कर दिया है। उन्हें बकायदा नोटिस जारी किया गया है कि बिजली बिल भरिये वर्ना लाइन डिस्कनेक्ट कर दिया जायेगा।


अंग्रेजों से लड़ते हुए सिर्फ 18 साल की उम्र में फांसी के फंदे पर झूल जाने वाले खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी के नाम जारी हुए बिजली विभाग के नोटिस से आम लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। बिजली विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर ने दस्तावेजों के आधार पर शहीद स्मारक के नाम 1,36,943 रुपये वसूली को लेकर नोटिस भेजा है। असिस्टेंट इंजीनियर द्वारा यह नोटिस भेजते हुए चेतावनी दी गई है कि अगर एक सप्ताह के अंमर समय से विपत्र का भुगतान नहीं करते हैं तो स्मारक स्थल की बिजली काट दी जाएगी। 


बिजली विभाग द्वारा खुदीराम बोस के नाम स्मारक स्थल को भेजे गिए नोटिस के बाद लोग बिहार प्रशासन पर सवाल खड़े करने लगे हैं। लोगों का कहना है कि क्या बिजली विभाग के लोगों के अंदर कॉमन सेंस नहीं है। खुदीराम बोस को शहीद हुए सालों बीत चुके हैं। अगर बिजली विभाग द्वारा स्मारक स्थल की बिजली काटी गई तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग द्वारा आपसी सामंजस्य बिठाकर पहले ये तय करना चाहिए कि बिजली का बिल अगर बकाया है तो वो किसके नाम पर जाएगा। लेकिन बिजली विभाग द्वारा जल्दीबाजी में एक स्वतंत्रता सेनानी का अपमान किया गया है। 


बिहार में बीते कुछ दिनों पहले ही एक नाबालिग 12 साल के बच्चे पर बिजली विभाग द्वारा बिजली चोरी करने का आरोप लगाया गया था। बच्चा नाबालिग है और छोटी उम्र का है बावजूद इसके बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए वसूली के लिए चेतावनी दी गई थी। इस बाबत बच्चे के परिजनों ने कोर्ट में फरियाद की थी जिसके बाद यह मामला कोर्ट पहुंचा था। इस मामले पर लोगों का कहना था कि बच्चा छोटी उम्र का है और वहीं बिजली विभाग का कहना था कि बच्चे द्वारा कटिया का इस्तेमाल कर खंभे से बिजली चोरी की जा रही थी।