बिहार : रिश्वत लेते रेलवे के JE और टेक्निशियन गिरफ्तार, CBI ने रंगे हाथ पकड़ा

बिहार  : रिश्वत लेते रेलवे के JE और टेक्निशियन गिरफ्तार, CBI ने रंगे हाथ पकड़ा

SAHARSA : रेलवे आरसीडी डिपो सहरसा में कार्यरत दो कर्मचारी को सीबीआई ने डीजल लॉरी चालक से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इन दोनों को फिलहाल को सीबीआइ पूछताछ के लिए पटना लेकर चली गयी है। इन दोनों कर्मचारी की पहचान आरसीडी डिपो में जेई अभिनव कृष्णा और टेक्नीशियन दशरथ साह बताया जा रहा है। 


जानकारी के अनुसार, डीजल लॉरी जब सहरसा डिपो पहुंची थी। उस समय आरपीएफ के मौजूदगी में टंकी में ईंधन भरा गया था। जिसके बाद जेई और टेक्नीशियन ने चालक से 8 हजार की राशि की डिमांड की थी। टैंकर लॉरी चालक से 8 हजार रुपए घूस लेते हुए सीबीआइ ने छापेमारी के दौरान दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। 


बताया जा रहा है कि, डीजल से भरी लाॅरी बरौनी रिफाइनरी से सहरसा आरसीडी डिपो में पहुंची थी। इसके बाद आरपीएफ ने आरसीडी डिपो पहुंचकर ओटीपी से टंकी का लॉक खोला तो वाहन से आरसीडी डिपो टंकी में इंधन भी भरा गया था। डिपो के लॉक खुलने के बाद डीजल वाहन से आरसीडी की टंकी में डीजल अनलोड किया गया था। जिसके बाद आरपीएफ के कर्मी वापस लौट गए। लेकिन आरसीडी डिपो जेई अभिनव कृष्ण और टेक्नीशियन दशरथ शाह ने लॉरी चालक मो. सहवाज खान से 8 हजार रुपए रकम घुस मांगा। चूंकि उन दोनों रेल कर्मचारियों द्वारा घुस मांगने की प्रकिया पूर्व से ही चल रही थी। जिससे आजिज होकर लॉरी चालक ने सीबीआई से पहले ही शिकायत की थी। जिसके बाद लॉरी चालक से जैसे ही जेई घूस दिया। वैसे ही सीबीआई की टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद दोनों रेल कर्मचारियों को रंगे हाथ घुस की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।


इस मामले में को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि, यहां पूर्व में भी टैंकर लॉरी चालक से जेई और टेक्नीशियन डिपो में ईंधन भरने के दौरान कोई न कोई कमी का बहाना बनाकर रिश्वत मांगते थे। जिसके बाद टैंकर लॉरी चालक ने इसकी शिकायत रेलवे निगरानी विभाग को की थी। रेलवे निगरानी विभाग ने जांच की तो मामला सही पाया गया। जिसके बाद अब मामला सीबीआइ को दिया गया।  इसके बाद अब सीबीआइ ने टैंकर लॉरी चालक से घूस लेते हुए दोनों को गिरफ्तार किया। 


आपको बताते चलें कि,फिलहाल दोनों डिपो कर्मचारी से सीबीआई पटना ले जाकर पूछताछ में लगी है। वहीं लाॅरी चालक से भी पूछताछ हो सकती है।  बताया जा रहा है कि एक लाॅरी में करीब 20 हजार लीटर ईंधन की क्षमता होती है। आरसीडी में रिश्वत की मांग को लेकर कई और अन्य कर्मचारियों की संलिप्त होने के मामले बढ़ सकती है। फिलहाल यह सीबीआइ के पूछताछ के बाद ही खुलासा हो सकेगा। समस्तीपुर डिवीजन के डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि मामले की सीबीआई जांच कर रही है। अभी तक लिखित में कोई सूचना नहीं दी गयी है। सीबीआइ की रिपोर्ट आने के बाद ही दोनों के खिलाफ कार्रवाई की दिशा में काम किया जायेगा।