PATNA: बिहार में अगर किसी छात्र का एडमिशन सरकारी मेडिकल कॉलेज में हो जायेगा तो उसकी MBBS की पढ़ाई सिर्फ सवा लाख रूपये में पूरी हो जायेगी. सरकारी ही नहीं बल्कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को भी अपने आधे स्टूडेंट को इतने की पैसे में पढ़ाना होगा. बिहार सरकार ने न सिर्फ सरकारी बल्कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के आधे सीटों पर एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए फी तय कर दिया है. वहीं, मेडिकल पीजी की पढ़ाई में एक लाख से भी कम रूपये लगेंगे.
नीतीश कैबिनेट की शुक्रवार को हुई बैठक में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लिए फी तय किया गया. वहीं, केंद्र सरकार के फैसले के मुताबिक राज्य के सभी निजी चिकित्सा महाविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालयों में एमबीबीसी और पीजी की की 50 प्रतिशत सीटों पर नामांकन और ट्यूशन फी समेत दूसरे शुल्क राज्य के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय के लिए निर्धारित शुल्क के बराबर रखने का फैसला लिया गया है. दरअसल केंद्र सरकार ने ये फैसला लिया है कि देश के सारे प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधे छात्रों से उतना ही पैसा लिया जायेगा जितना सरकारी मेडिकल कॉलेजों में लिया जाता है.
आज कैबिनेट ने मेडिकल कॉलेजों की फी तय की. देखिये MBBS की पढ़ाई के लिए कितना देना होगा फी
MBBS की पढ़ाई के लिए पाठ्यक्रम के लिए नामांकन दूसरे शुल्क-
1 एडमिशन फी-1000 रूपये एक बार
2. ट्यूशन फी-9000 रूपये सलाना साढ़े चार साल तक
3 हॉस्टल फी- 12 हजार रूपये सलाना
4 कॉशन मनी- 10 हजार रूपये एक बार
5 इलेक्ट्रिसिटी चार्ज- 1200 रूपये सलाना
6 मैगजीन सोसाईटी- 500 रूपये सलाना
7. कॉलेज एक्टिविटी- 2000 रूपये एक बार
8. स्टूडेन्ट वेलफेयर फंड-5000 रूपये एक बार
9. स्टूडेन्ट यूनियन फंड- 100 रूपये एक बार
बिहार सरकार ने मेडिकल पीजी और सुपर स्पेशियलिटी की पढ़ाई के लिए भी फी तय कर दिया है. इसकी पढ़ाई के लिए तय किया गया फी क्या होगा पढ़िये
1. पी०जी० डिग्री, एडमिशन फी- 4000 रूपये एक बार
2. पी०जी० डिप्लोमा का एडमिशन फी-2000 रूपये एक बार
3. सुपर स्पेशियलिटी एडमिशन फी- 5000 रूपये एक बार
4. ट्यूशन फी- 9000 रूपये सलाना
5. हॉस्टल फी-12000 रूपये सलाना
6. कॉशन मनी- 10000 रूपये एक बार
7. इलेक्ट्रिसिटी चार्ज- 1200 रूपये सलाना
8. मैगजीन सोसाईटी-1000 रूपये सलाना
9. स्टूडेन्ट वेलफेयर फंड- 5000 रूपये एक बार