PATNA : साल 2021 को अलविदा कहने के लिए हम सभी तैयार खड़े हैं नए साल का जश्न आज आधी रात को मनाया जाएगा. बिहार में नए साल के पहले कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन दस्तक दे चुका है. पटना में पहले ओमिक्रोन मरीज की पहचान की गई है. दिल्ली से आए किदवईपुरी के एक युवक में ओमिक्रोन का वेरिएंट पाया गया है.
नए वेरिएंट को लेकर सरकार ने नए साल के जश्न पर पाबंदी लगाई है, लेकिन यह पाबंदी आम लोगों पर ज्यादा नजर आती है ना की खास लोगों पर. पटना के सभी पार्क और जू को आज से बंद कर दिया गया है. यह बंदी अगले 2 जनवरी तक लागू रहेगी. पटना जू, गांधी मैदान और अन्य पार्को में लोग इकट्ठा नहीं हो पाएंगे, यहां धारा 144 भी लागू रहेगी लेकिन नए साल के जश्न के लिए बड़े होटलों को मंजूरी दी गई है.
एक तरफ कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने के लिए आम लोगों पर पाबंदियां लगाई गई हैं तो वहीं खास लोगों को बड़े होटलों में जश्न की इजाजत देकर सरकार ने अपने ही फैसले पर सवाल उठाने को विवश कर दिया है. नए साल का जश्न पटना के तमाम बड़े होटलों में आयोजित किया जा रहा है.
हालांकि इसके लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश दिया गया है. एसडीओ होटल में कार्यक्रम की अनुमति देंगे और वैक्सीन की डबल डोज लेने वाले को ही इन आयोजनों में एंट्री मिल पाएगी. प्रशासन ने यह भी कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले आयोजकों पर कार्रवाई की जाएगी. सभी एसडीओ, एसडीपीओ और थाना अध्यक्षों को होटल रेस्टोरेंट पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
सरकार ने एक तरफ जहां पार्कों और जू को बंद कर आम लोगों के ऊपर पाबंदी लगाई, वहीं दूसरी तरफ पैसे वाले और खास लोगों को होटल में नए साल की पार्टी करने की इजाजत दे डाली है. इसको लेकर पटना के लोगों में नाराजगी भी है. लोगों का कहना है कि सरकार को सभी तबके के ऊपर समान रूप से पाबंदी लगानी चाहिए. अगर पार्कों और जू में कोरोना का फैलाव हो सकता है तो होटलों में क्यों नहीं हो सकता. केवल इसलिए होटलों में नए साल के जश्न की इजाजत नहीं दी जा सकती क्योंकि वहां पैसे वाले और हाई प्रोफाइल लोग पार्टी मानते हैं.