SAHARSA: कहते हैं नौकरी करो सरकारी नहीं तो बेचो तरकारी..सरकारी नौकरी मिलना भगवान से भेट करने के समान है। इस तरह की बातें आपने भी सुनी होगी। लेकिन सरकारी नौकरी मिलने के बाद लोग इसकी वैल्यू ही भूल जाते हैं। यह जरा भी नहीं सोचते हैं कि इससे समाज और बच्चों पर क्या असर पड़ेगा। अब जरा बिहार के इस गुरूजी को ही देख लीजिए इन्होंने भी पढ़कर कर बड़े मेहनत से नौकरी हासिल की होगी। गुरूजी ने तो अपना भविष्य बना लिया है लेकिन अपने हाथों ये नौनिहालों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।
गुरूजी सहरसा के प्राथमिक विद्यालय मकदमपुर के प्रधानाध्यापक बताये जाते हैं जिनका नाम मोहम्मद गफ्फार है। इनको सरकार स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए वेतन देती है लेकिन ये यहां मोबाइल में रील्स देखकर समय गुजार देते हैं। बच्चों को पढ़ाने के बजाय ये उनसे अपने सिर के बाल से जू निकलवाते हैं और सिर का मसाज भी कराते हैं।
बच्चे भी पिटाई की डर से गुरू जी का कहना मानते हैं। जू निकालने का दिन भी ये फिक्स कर रखे हैं जैसे आज रामू जू निकालेगा तो कल श्यामू। पढ़ाई का रुटीन भले ना फिक्स हुआ हो लेकिन जू निकालने का दिन और तारीख ये फिक्स करते हैं। गुरूजी का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में यह दिख रहा है कि कैसे क्लास रूम में टेबल पर पैर रखकर गुरूजी मोबाइल पर रील्स देख रहे हैं और एक मासूम बच्चा उनके सिर से जू निकाल रहा है।
बच्चे को मास्टर साहब के सिर से जू निकालते किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कल तक गुरूजी दूसरों का रील्स मोबाइल में देखा करते थे आज अपनी कारगुजारी को देख हैरान हो रहे होंगे। यह वायरल वीडियो बिहार के सहरसा जिले के बनमा ईटहरी प्राथमिक स्कूल मकदमपुर की है।
यहां से वायरल हुए इस वीडियो को देखकर कहा जा सकता है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा है। जहां शिक्षक बच्चों को शिक्षित करने के बजाय स्मार्ट फोन में रील्स देखने में व्यस्त रहते हैं और स्कूली बच्चों से वो सिर के जू निकवाते है और सिर का मसाज भी कराते हैं। वायरल इन वीडियो को देखकर आप समझ सकते हैं कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था की क्या स्थिति है? और हर बार इस पर सवाल क्यों उठते हैं?
मिली जानकारी के मुताबिक प्रखंड मुख्यालय के सामने स्थित प्राथमिक विद्यालय मकदमपुर के प्रधानाध्यापक मो. गफ्फार बच्चों को पढ़ाने की बजाय मोबाईल पर व्यस्त रहते हैं और बच्चों से जू निकलवाते हैं। यह हम नहीं कर रहे हैं बल्कि वायरल वीडियो को देखने से पता चल रहा है। जो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है। जिसके बाद इस वीडियो की चर्चा सहरसा सहित पूरे बिहार में हो रही है।