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1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Wed, 13 Jul 2022 04:43:00 PM IST
SAHARSA: आए दिन हो रही विजिलेंस की कार्रवाई के बावजूद लोग रिश्वत लेना अब भी नहीं छोड़ रहे हैं। अब तो घूस लेने का तरीका भी हाईटेक हो गया है। घूसखोरी अब ऑनलाइन तरीके से की जा रही है। ताजा मामला सहरसा सदर अस्पताल से जुड़ा हुआ है।
अपने अजबोगरीब कारनामों को लेकर सहरसा सदर अस्पताल आए दिन सुर्खियों में बना रहता है। इस बात भी इसकी चर्चा खूब हो रही है। दरअसल बच्ची को ड्रेसिंग के नाम पर अस्पताल के कर्मी द्वारा कैश की जगह ऑनलाइन पेमेंट लिया गया। जब तक पे फोन पर 30 रुपया पेमेंट होने का मैसेज नहीं आया तब तक वह बच्ची को ड्रेसिंग करने के लिए आगे नहीं बढ़ा। ऑनलाइन पेमेंट मिलने के बाद ही उसने बच्ची का ड्रेसिंग किया।
मिली जानकारी के अनुसार सहरसा के शिवपुरी वार्ड संख्या 13 के रहने वाले कुंदन यादव की तीन साल की बेटी घर में खेलने के दौरान बेड से गिर गयी थी। सिर से ब्लड आने के बाद आनन फानन में कुंदन यादव बिटिया को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे। इमरजेंसी वार्ड में बच्ची को देखने के बाद डॉक्टर ने ड्रेसिंग कराने की सलाह दी। जिसके बाद अस्पताल के कर्मी गौरी शंकर के पास बच्ची को लेकर गये और ड्रेसिंग करने की बात कही।
पीड़ित कुंदन यादव ने बताया कि ड्रेसिंग के नाम पर गौरी शंकर खर्चा पानी मांगने लगा तब हमने कहा था कि आप पहले ड्रेसिंग कीजिए पैसा मिल जाएगा। लेकिन ओटीकर्मी गौरीशंकर ऑनलाइन 30 रुपया मांगने लगा। कहा कि कैश नहीं है तो पे फोन कर दीजिए तब हम अपना काम करेंगे। ओटी कर्मी ने अपना मोबाइल नंबर दिया जिसके बाद कुंदन यादव ने 30 रुपये ऑनलाइन पेमेंट किया। जिसके बाद बच्ची का ड्रेसिंग किया गया।
ओटी कर्मी गौरी शंकर पर ऑनलाइन घूस लेने का आरोप कुंदन यादव ने लगाया है। हालांकि गौरी शंकर अपने ऊपर लगे आरोप को बेबुनियाद और गलत बता रहा है। इधर बच्ची के परिजन ने वरीय अधिकारियों से इस बात शिकायत की।
मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन डॉ० किशोर कुमार मधुप ने आरोपी कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा है। सिविल सर्जन ने बताया कि ओटीकर्मी द्वारा मरीज के परिजन से 30 रुपये लेने का मामला सामने आया है। ओटीकर्मी से 24 घण्टे के भीतर स्पष्टीकरण पूछा गया है। यदि ओटी कर्मी दोषी पाया गया तब उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।