बिहार में डीलरों का रद्द हो सकता है लाइसेंस, कड़ा एक्शन लेने की तैयारी में सरकार

बिहार में डीलरों का रद्द हो सकता है लाइसेंस, कड़ा एक्शन लेने की तैयारी में सरकार

PATNA :  बिहार में खाद के बाद अब बीज डीलरों पर नकेल कसने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. सरकार की ओर से अधिकारियों की 8 टीमें बनाई गई हैं, जो डीलरों की जांच करेंगी और गलती पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ा एक्शन भी लेंगे. हर टीम को अलग-अलग जिलों की जांच का जिम्मा दिया गया है.


बिहार में मक्क बीज बेचने वाले सभी डीलरों की जांच की जाएगी. सरकार के आदेश पर विभाग ने मुख्यालय के अधिकारियों की 8 टीमें बनाई हैं. इन्हें अलग-अलग जिलों की जांच का जिम्मा दिया गया है. डीलर की जांच तो होगी ही टीम में शामिल अधिकारी अपने जिले के किसानों से भी बात करेंगे. किसान कौन से प्रभेद की खेती करते हैं और इसके लिए बीज कहां से लाते हैं.


विभाग ने अपर निदेशक धनन्जयपति त्रिपाठी के नेतृत्व में बनी टीम को बेगूसरा और खगड़िया जिले की जिम्मेवारी दी है. संयुक्त निदेशक एएन राय की टीम को पूर्वी और पश्चिमी चम्पारण, संयुक्त निदेशक व्यंकटेश नारायण सिंह की टीम को पूर्णिया और कटिहार, सुरेश प्रसाद गुप्ता की टीम को अररिया और किशनगंज, अरविंद शर्मा की टीम को सारण, सीवान और गोपालगंज, उमेश कुमार चौधरी को भागलपुर, डॉ. ब्रजेश कुमार को समस्तीपुर व मुजफ्फरपुर और जय प्रकाश नारायण को सहरसा सुपौल व मधेपुरा में जांच का जिम्मा दिया गया है.


बताया जा रहा है कि किसानों से मिली जानकारी को डीलर के लाइसेंस से मिलान किया जाएगा. अगर डीलर ने बिना लाइसेंस वाले प्रभेद की बिक्री की है तो कार्रवाई होगी. उनका लाइसेंस भी रद्द हो सकता है. कृषि विभाग ने खाद डीलरों के बाद अब बीज विक्रेताओं की नकेल कसने की तैयारी कर रहा है.