PATNA : बिहार में सीबीआई की एंट्री बंद करने की तैयारी शुरू हो गई है। अब इसको लेकर जेडीयू और आरजेडी की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। एक तरफ जहां आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी का कहना है कि राज्य में सीबीआई की एंट्री बंद करने के लिए महागठबंधन की मीटिंग हुई थी तो वहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने साफ़ तौर पर कह दिया है कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है।
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी ने कहा कि सीबीआई की एंट्री को लेकर सभी ने चिंता प्रकट किया था, जिसके बाद ये फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। जब से लालू और नीतीश ने हाथ मिलाया है, तभी से बिहार में ये खेल चल रहा है। सीबीआई गठन के कानून में ये प्रावधान है कि सीबीआई को राज्य सरकार एक जनरल कंसेंट देगी तभी वो राज्य में आकर जांच कर पाएगी। हमारी भी व्यक्तिगत रूप से राय है कि राज्य सरकार उस सहमति को वापस ले, जिसमें सीबीआई को जांच का अधिकार दिया गया है। अब समय आ गया है कि राज्य सरकार इस पर एक्शन ले।
वहीं, जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि मुझे पीटीआई से ये जानकारी मिली कि महागठबंधन की मीटिंग हुई, जिसमें ये फैसला हुआ कि सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार का कंसेंट चाहिए। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होने के बाद भी आपको जानकारी कैसे नहीं है तो इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन अगर शिवानंद जी बोल रहे हैं तो कोई बात होगी। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सीबीआई जानबूझकर हमें परेशान कर रही है। जब से महागठबंधन की सरकार आई है, तभी से बीजेपी की साज़िश रची जाने लगी है।