Mokama murder case : दुलारचंद हत्याकांड में अनंत सिंह ने लिया सूरजभान का नाम; अब बाहुबली नेता ने दिया जवाब,कहा - उच्च स्तरीय जांच में हो जाएगा दूध का ढूध पानी का पानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में प्रत्याशियों के लिए कड़ी सुरक्षा, हर समय साथ रहेंगे पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर Bihar Election 2025: किसानों के लिए NDA ने खोला खजाना, अब 2 हजार के बदले मिलेंगे इतने रुपए Dularchand Yadav Murder : मोकामा में चुनावी झड़प के बीच दुलारचंद यादव की संदिग्ध मौत, पोस्टमार्टम के लिए खुद शव लेकर निकली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी; पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका Bihar Crime News: जेल परिसर में फांसी के फंदे से लटका मिला बंदी का शव, जांच में जुटी पुलिस Dularchand Yadav Murder : दुलारचंद यादव हत्या मामले में अनंत सिंह नामजद, NDA नेताओं ने राजनीति में हिंसा की निंदा की NDA Manifesto : KG से PG तक मुफ्त शिक्षा; बिहार में एनडीए का चुनावी संकल्प पत्र जारी; नौकरी, हाइवे, मेट्रो समेत इन चीजों पर रहा खास फोकस Dularchand Yadav Murder : दुलारचंद हत्याकांड मामले में सामने आया सीनियर पुलिस ऑफिसर का बयान; जानिए अनंत सिंह को लेकर पटना SSP ने क्या कहा Success Story: 12वीं में फेल होने के बाद भी नहीं टूटा हौसला, UPSC परीक्षा पास कर बन गए IPS अधिकरी; जानिए सफलता की कहानी Bihar NDA Manifesto : बिहार चुनाव 2025: एनडीए का घोषणापत्र जारी, सस्ता भोजन, रोजगार और विकास पर जोर; पढ़िए क्या है अहम बातें
1st Bihar Published by: Updated Tue, 17 May 2022 12:46:37 PM IST
 
                    
                    
                    - फ़ोटो
SAHARSA : खबर बिहार के सहरसा जिले से है। जहां कोसी ईलाके का पीएमसीएच कहे जाने वाले सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल के कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इधर हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच गई है।
परिजनों का आरोप है कि बीते कल पेसेंट सुनीता देवी को डिलीवरी के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद अस्पताल कर्मियों द्वारा बाहर से अल्ट्रासाउंड कर लाने को कहा गया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लाने के बाद पेसेंट का ऑपरेशन किया गया। पेसेंट ने एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल के कर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए सिजेरियन पेसेंट को जरनल वार्ड में भर्ती कर दिया। जिसके बाद पेसेंट के पेट मे अचानक दर्द करने लगा। बार बार अस्पताल कर्मियों को शिकायत की गई, लेकिन कोई देखने नही आया इस बीच पेसेंट दर्द से तड़प-तड़प कर मर गई।
अब बड़ा सवाल यह है कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड रहने के बावजूद पेसेंट को बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने को क्यों कहा गया। बार बार पेसेंट के परिजन कर्मियों को इलाज के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन कोई भी देखने तक नही आया। सदर अस्पताल में इस तरह की घटना अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर करती है।