पीएम मोदी की निजी सचिव निधि तिवारी की सैलरी कितनी है? 8वें वेतन आयोग से कितना होगा इजाफा? जानिये.. Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Railway News: अब टिकट के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, बिहार के 702 रेलवे स्टेशनों पर ATVM लगाने की तैयारी Bihar News: सीएम नीतीश कुमार अचानक पहुंच गए हाजीपुर, भागे-भागे पहुंचे अधिकार; फोर लेन पुल का किया निरीक्षण 10 रूपये की खातिर नोजल मैन की पिटाई करने वालों को पुलिस ने दबोचा, 25 हजार का ईनामी भी गिरफ्तार Bihar News: चिराग की रैली में दिव्यांग युवक से धक्का-मुक्की, ट्राईसाइकिल क्षतिग्रस्त; बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे को बताया झूठा Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी Maharashtra Poll Rigging: राहुल गांधी के फिक्सिंग वाले आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब, लोकतंत्र और कानून का अपमान बताया
1st Bihar Published by: Updated Tue, 17 May 2022 12:46:37 PM IST
- फ़ोटो
SAHARSA : खबर बिहार के सहरसा जिले से है। जहां कोसी ईलाके का पीएमसीएच कहे जाने वाले सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल के कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इधर हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच गई है।
परिजनों का आरोप है कि बीते कल पेसेंट सुनीता देवी को डिलीवरी के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद अस्पताल कर्मियों द्वारा बाहर से अल्ट्रासाउंड कर लाने को कहा गया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लाने के बाद पेसेंट का ऑपरेशन किया गया। पेसेंट ने एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल के कर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए सिजेरियन पेसेंट को जरनल वार्ड में भर्ती कर दिया। जिसके बाद पेसेंट के पेट मे अचानक दर्द करने लगा। बार बार अस्पताल कर्मियों को शिकायत की गई, लेकिन कोई देखने नही आया इस बीच पेसेंट दर्द से तड़प-तड़प कर मर गई।
अब बड़ा सवाल यह है कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड रहने के बावजूद पेसेंट को बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने को क्यों कहा गया। बार बार पेसेंट के परिजन कर्मियों को इलाज के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन कोई भी देखने तक नही आया। सदर अस्पताल में इस तरह की घटना अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर करती है।