PATNA : बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की लखनऊ कोर्ट के फैसले का बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि बाबरी विध्वंस बाबरी विध्वंस मामले का वह चश्मदीद गवाह हैं. यह घटना कोई पूर्व सुनियोचित षडयंत्र नहीं था.
सीबीआई की लखनऊ कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि इस मामले का मैं चश्मदीद गवाह रहा हूं. वहां पर जो मंच बना था, उसका मैं संचालन कर रहा था. यह कोई पूर्व सुनियोजित षडयंत्र नहीं था. वहां पर उपस्थित जो भीड़ थी उसने आवेश में आकर पूरी घटना को अंजाम दिया.
सुशील मोदी के अनुसार मंच पर से आडवाणी जी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया, मगर भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी. पूरी धटना से आडवाणी सहित वहां उपस्थित तमाम नेता काफी दुखी थे. कोर्ट ने आज इस पर अपनी मुहर लगा दी है. कोर्ट का फैसला स्वीकार और स्वागतयोग्य है.
आपको बता दें कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के आपराधिक मामले में 28 साल बाद जज सुरेंद्र कुमार यादव की विशेष अदालत अपना फैसला सुना दिया है. जज ने फैसला पढ़ते हुए कहा है कि यह विध्वंस पूर्व नियोजित नहीं था बल्कि आकस्मिक घटना थी. विशेष अदालत ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कल्याण सिंह सभी अभियुक्तों को बरी कर दिया है.