हार की जिम्मेदारी गायकों पर थोपे जाने पर तेजस्वी पर बरसे कृषि मंत्री, बोले..चुनाव के नतीजों से बौखला कर इस तरह का बयान दे रहे Bihar News: चुनाव खत्म होते ही नीतीश सरकार ने इन 55 अफसरों को दिया बड़ा तोहफा, लिस्ट देखें... Dharmendra Passes Away : 89 की उम्र में बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ ने दुनिया को कहा अलविदा, अजय कुमार सिंह ने साझा की यादें Rjd Mla Slaps Laborer: RJD विधायक चंद्रशेखर ने मजदूर को जड़ दिया थप्पड़, कहा..कूदो पानी में सा$$..फोन किसकों कर रहा है तुम रे.. Bihar News: JDU के वरिष्ठ विधायक को बनाया गया प्रोटेम स्पीकर, राजभवन में दिलाई गई शपथ बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश, गांधी मैदान थाना क्षेत्र से 13 बाइक बरामद, 6 चोर को पुलिस ने दबोचा Bihar Education Department : बिहार शिक्षा विभाग का नया आदेश: स्कूल-कॉलेज में कुत्तों की एंट्री पर रोक, प्रधानाध्यापक-बीईओ-डीईओ होंगे जिम्मेदार Dharmendra Favourite Car: धर्मेंद्र की फेवरेट कार कौन सी थी? ही-मैन ने पहली गाड़ी कब और कितने में खरीदी थी जानिये? Sonpur Mela 2025 : सोनपुर मेले में कपल्स के लिए स्पेशल सुविधा, फाइव स्टार जैसे लग्जरी कॉटेज का किराया जानें Dharmendra Death: "ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें" धर्मेंद्र के निधन पर CM नीतीश ने जताया शोक; गृह मंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 21 Nov 2023 01:04:19 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के के पाठक के निर्देश पर 19 डीईओ को शो कॉज नोटिस जारी किया गया। इन लोगों पर स्कूलों में दी गई राशि खर्च नहीं करने का आरोप लगाया गया है। इन लोगों के लिए इको क्लब गठित करने की बातें कही गई है। इन लोगों को 2023-24 में कुल मिलाकर 27.7 करोड रुपए खर्च करने थे। लेकिन महज 6.63 करोड रुपए ही खर्च हुए हैं। इसके बाद इन लोगों से शिक्षा परियोजना परिषद ने जवाब मांगा है।
बताया जा रहा है कि भागलपुर बांका, जमुई, दरभंगा,समस्तीपुर, बेगूसराय, कैमूर, किशनगंज, गोपालगंज, मधेपुरा, पटना सीतामढ़ी, सिवान और वैशाली समेत कुल 19 जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। इन लोगों से बिहार शिक्षा परियोजना परिषद में जल्द से जल्द जवाब मांगा है।
वहीं, शिक्षा विभाग की परियोजना को लेकर खुद विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक समीक्षा कर रहे हैं। इसी दौरान इको क्लब गठित करने को लेकर राशि जारी किया गया था। लेकिन, ड्राइविंग लिमिट के बावजूद महज 6.5 कुछ रुपए ही खर्च हुए। इसके अब अब इन लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसके बाद अब इन लोगों को जल्द ही जवाब देना होगा।
आपको बताते चलें कि, विभिन्न विकास मदों की राशि में खर्च करने में तेजी लाने का निर्देश प्रधानाध्यापकों को दिया गया है। विद्यालय के रंग-रोगन, स्वच्छता, टीएलएम, ब्लैकबोर्ड, वीएसएस के द्वारा छात्र व विद्यालय हित में आवश्यक सामग्रियों की खरीदारी करने को कहा गया है। वहीं, बीईओ के द्वारा स्कूलों का सही तरीके से अनुश्रवण नहीं किये जाने से भी हालात में अपेक्षित सुधार नहीं हो पा रहा है।