वाल्मिकिनगर में 'हम' की राष्ट्रीय परिषद की बैठक, 16 दिसंबर को शराबबंदी पर मंथन करेंगे मांझी

वाल्मिकिनगर में 'हम' की राष्ट्रीय परिषद की बैठक, 16 दिसंबर को शराबबंदी पर मंथन करेंगे मांझी

PATNA: 16 नवंबर को शराबबंदी की समीक्षा की गयी थी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में करीब सात घंटे तक समीक्षा बैठक हुई। शराबबंदी को और कड़ाई से लागू करने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का फैसला लिया गया। इस दौरान कई आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए गये। शराबबंदी पर मुख्यमंत्री की समीक्षा के बाद अब सहयोगी पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्यूलर ने भी शराबबंदी पर मंथन करने का फैसला लिया है। हम पार्टी ने आगामी 16 दिसंबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई है। यह बैठक पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में आयोजित की जाएगी। शराबबंदी पर CM नीतीश की समीक्षा बैठक के ठीक एक महीने बाद जीतनराम मांझी ने यह बैठक बुलाई है। 


 हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवम्बर को शराबंदी पर समीक्षा बैठक की थी अब जीतन राम मांझी एक महीने बाद यानी 16 दिसंबर को शराबबंदी पर मंथन करेंगे। इस बैठक में पार्टी के तमाम परिषद के सदस्य मौजूद रहेंगे। हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा सेक्यूलर के राष्टीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस बात की जानकारी दी है। 


दानिश रिजवान ने बताया कि हम पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक 16 दिसंबर को पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में होगी। जिसमें सूबे में शराबबंदी कानून पर गंभीर चर्चा होगी। शराबबंदी के दौरान क्या खोया और क्या पाया इस पर चर्चा होगी। वही कितनी मजबूती के साथ शराबबंदी को लागू करना है या फिर उसमें कुछ बदलाव करने हैं इन तमाम मुद्दों पर चर्चा इस बैठक में होगी। बता दें कि शराबबंदी को लेकर इन दिनों बिहार में खूब चर्चा हो रही है। यही नहीं इसे लेकर सियासत भी तेज हो गयी है। 


एक ओर जहां विपक्ष इसे लेकर सरकार को लगातार घेरने का काम कर रहा है तो वही अब सत्ता पक्ष के दल भी शराबबंदी को लेकर राजनीतिक तौर पर आगे बढ़ते दिख रहे हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि हम की बैठक में किन-किन मुद्दों पर चर्चा होती है। जीतनराम मांझी तो पहले से ही यह कहते आ रहे हैं कि शराबबंदी कानून के तहत गरीबों पर ज्यादा एक्शन लिया गया है। वे यह भी कहते रहे है कि शराबबंदी सिर्फ गरीबों के लिए बना कानून है। लेकिन अब सबकी नजर हम की राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग पर टिकी हुई है।