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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 20 Oct 2025 03:05:42 PM IST
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Assembly Election 2025 : रोहतास जिले के बिक्रमगंज क्षेत्र में काराकाट विधानसभा सीट पर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। इस बार चर्चा का केंद्र बनी हैं भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर हस्ती पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह, जिन्होंने आज काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक और प्रशंसक भीड़ में शामिल हुए, जिन्होंने इसे एक राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम का रूप दे दिया।
ज्योति सिंह ने पिछले कई महीनों से क्षेत्र में सक्रिय रूप से भ्रमण किया और जनता से सीधे संवाद स्थापित किया। वह कई पार्टियों से संपर्क में रहीं और संभावित राजनीतिक सहयोग पर विचार किया, लेकिन अंततः उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरने का निर्णय लिया। उनके नामांकन से पहले ही काराकाट सीट पर माले के अरुण कुमार और जदयू के महाबली सिंह ने अपना नामांकन कर चुनावी मुकाबले की दिशा स्पष्ट कर दी थी।
ज्योति सिंह का चुनावी कदम केवल नामांकन भरने तक ही सीमित नहीं रहा। उन्होंने अपने समर्थकों के बीच प्रचार-प्रसार के लिए क्षेत्रीय भ्रमण भी किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय मुद्दों, विकास योजनाओं और जनता की अपेक्षाओं को लेकर संवाद स्थापित किया। बताया जा रहा है कि उनके चुनावी कार्यक्रम में भारी संख्या में युवा और महिला मतदाता भी शामिल हुए। इस कदम ने काराकाट विधानसभा सीट पर राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है और यहां के मतदाताओं में भी उत्सुकता बढ़ा दी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ज्योति सिंह का नामांकन निर्दलीय होने के बावजूद, यह सीट अब विशेष ध्यान का केंद्र बन गई है। उनके समर्थकों की भारी उपस्थिति ने यह संकेत दिया कि चुनावी मुकाबला केवल पार्टी उम्मीदवारों तक सीमित नहीं रहेगा। विशेषकर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी उनकी लोकप्रियता ने उनके समर्थन में जनसमूह जुटाने में मदद की। इसके साथ ही, यह देखा जा रहा है कि निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उनकी चुनौती, पारंपरिक राजनीतिक दलों के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
इससे पहले, माले के अरुण कुमार और जदयू के महाबली सिंह ने नामांकन कर अपनी दावेदारी पेश की थी। इन दोनों उम्मीदवारों के बीच पारंपरिक राजनीतिक समीकरणों के कारण मुकाबला पहले से ही कड़ा माना जा रहा था। अब ज्योति सिंह के नामांकन ने इस चुनावी समीकरण को और जटिल बना दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि उनके नामांकन से वोटिंग पैटर्न में बदलाव देखने को मिल सकता है, खासकर उन मतदाताओं के बीच जो पारंपरिक पार्टी लाइन से हटकर नए विकल्प को अपनाना चाहते हैं।
ज्योति सिंह लगातार विवादों में रही हैं, और उनकी राजनीतिक यात्रा भी मीडिया और जनता के लिए चर्चा का विषय रही है। हालांकि, इस बार उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य क्षेत्र के विकास और जनता की समस्याओं को उजागर करना है। उनका कहना है कि वह किसी भी राजनीतिक दल के दबाव या प्रभाव में नहीं हैं और पूरी तरह से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में काम करेंगी।
ज्योति सिंह के नामांकन ने न केवल काराकाट सीट पर राजनीतिक हलचल बढ़ाई है, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी उनके कदम की चर्चा हो रही है। चुनावी रणनीतिकारों का कहना है कि उनका स्टार पावर और लोकप्रियता चुनाव के नतीजों को प्रभावित कर सकती है। इसके साथ ही, उन्होंने चुनावी प्रचार के दौरान क्षेत्र के विकास, सड़क और बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को भी प्राथमिकता दी।
ज्योति सिंह का नामांकन इस चुनाव में कई नई चुनौतियां और संभावनाएं लेकर आया है। उनके समर्थकों की भीड़ और चुनावी गतिविधियां यह संकेत दे रही हैं कि काराकाट विधानसभा सीट इस बार विशेष ध्यान की मांग करती है। ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में ज्योति सिंह किस प्रकार से पारंपरिक दलों के मजबूत उम्मीदवारों के बीच अपनी जगह बना पाती हैं।
कुल मिलाकर, काराकाट विधानसभा सीट अब राजनीतिक और सामाजिक दोनों दृष्टियों से चर्चा का केंद्र बन गई है। भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह का निर्दलीय नामांकन न केवल चुनावी हलचल बढ़ा रहा है, बल्कि जनता में भी नया उत्साह और उम्मीद जगा रहा है। आगामी चुनाव में उनके प्रदर्शन और वोटिंग पैटर्न पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।