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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 26 Oct 2025 12:44:06 PM IST
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Bihar Assembly Election 2025 : पूर्व बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ. संजय जयसवाल के ऊपर अज्ञात अपराधियों ने गंभीर धमकी दी है। मिली जानकारी के अनुसार, सांसद को दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल कर 10 करोड़ रुपये की रंगदारी देने को कहा गया। धमकी देने वालों ने साफ शब्दों में कहा कि यदि तय रकम नहीं दी गई तो उनके पुत्र, डॉक्टर शिवम जयसवाल की हत्या कर दी जाएगी।
घटना के बाद सांसद ने तुरंत नगर थाना में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी। स्थानीय प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि दोनों नंबरों को सर्विलांस पर रखा गया है और कॉल डिटेल्स की मदद से धमकी देने वालों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि मामले की एफआईआर दर्ज कर ली गई है और प्रारंभिक जांच जारी है। उन्होंने कहा कि पुलिस साइबर सेल की मदद से अपराधियों की पहचान करने में जुटी हुई है। कॉल लोकेशन ट्रेसिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है ताकि धमकी देने वालों तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, धमकी देने वालों का मकसद सिर्फ आर्थिक लाभ ही नहीं बल्कि राजनीतिक दबाव भी माना जा रहा है। क्योंकि डॉ. संजय जयसवाल प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता हैं और वर्तमान में पश्चिम चंपारण संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं। राजनीतिक गलियारे में इस घटना को लेकर हड़कंप मचा हुआ है और भाजपा नेताओं ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक, कॉल करने वाले ने धमकी देते समय बेहद गंभीर और आक्रामक लहजे का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि अगर तय राशि नहीं दी गई, तो सांसद के बेटे को जान से मार दिया जाएगा। इस गंभीर मामले ने पूरे जिले में चिंता और सनसनी फैला दी है।
इस घटना के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पुलिस और प्रशासन से मामले की गंभीरता से निपटने और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है। प्रदेश भाजपा के नेता इस मामले को पार्टी और सांसद के खिलाफ बड़ी साजिश मान रहे हैं।
सांसद डॉ. संजय जयसवाल ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दे दी है और अब वे कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की धमकी उनके हौसले को नहीं तोड़ सकती। उन्होंने प्रशासन और पुलिस से सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की धमकियां राजनीतिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टि से गंभीर होती हैं। सांसद के बेटे डॉक्टर शिवम जयसवाल को लक्षित करना न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा का मामला है, बल्कि यह पूरे राजनीतिक और सामाजिक माहौल को अस्थिर करने वाली घटना भी मानी जा रही है।
स्थानीय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस घटना से पूरे जिले में भय का माहौल बन गया है। कई लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विचार साझा किए और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि कॉल करने वाले संभवतः बाहरी लोग हो सकते हैं, जो आर्थिक लाभ के लिए धमकी दे रहे हैं। साइबर सेल की मदद से उनकी पहचान और लोकेशन ट्रेस करने का काम तेजी से जारी है। बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि डॉ. संजय जयसवाल अपने क्षेत्र में बेहद लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता हैं। इस तरह की धमकियां न केवल उनके परिवार के लिए खतरा हैं, बल्कि पूरे राजनीतिक क्षेत्र के लिए चिंता का विषय हैं।
उधर, प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लिया है और स्थानीय पुलिस को आदेश दिया गया है कि वे सांसद और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ाएं। साथ ही पूरे शहर में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं में समय पर एफआईआर दर्ज कराना और साइबर तकनीक का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। इससे अपराधियों की पहचान और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है। इस पूरे मामले ने राजनीतिक गलियारे में भी हलचल मचा दी है। कई पार्टियों ने इसे लोकतंत्र और राजनीतिक दबाव के खिलाफ गंभीर चुनौती के रूप में देखा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि राज्य और केंद्र सरकार को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और अपराधियों को सबक सिखाना चाहिए।
इस घटना के बाद यह भी उम्मीद की जा रही है कि पुलिस जल्द ही धमकी देने वालों को पकड़कर कानूनी कार्रवाई करेगी। सांसद डॉ. संजय जयसवाल ने भी कहा कि वे अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए प्रशासन के निर्देशों का पालन करेंगे और किसी भी तरह की धमकी से डरेंगे नहीं।
संतोष कुमार की रिपोर्ट