1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 26 Oct 2025 08:51:44 PM IST
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Bihar election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शांति, पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (SPs) को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि कमजोर और वंचित तबकों के वोटरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता पर होनी चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिन इलाकों में कमजोर वर्ग के लोगों की आबादी अधिक है, वहां पुलिस गश्ती, फ्लैग मार्च और औचक जांच लगातार होनी चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार का डर या प्रलोभन वोटिंग प्रक्रिया को प्रभावित न कर सके।
डीजीपी ने निर्देश दिया है कि ऐसे मोहल्लों, गांवों और टोलों में विशेष निगरानी रखी जाए जहां कमजोर वर्ग के मतदाता बड़ी संख्या में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली बार के चुनावों में कई जगहों से शिकायतें आई थीं कि कुछ दबंग और दागी तत्वों ने गरीब और दलित वोटरों को धमकाकर या प्रलोभन देकर अपने पक्ष में मतदान कराया था।
इस बार ऐसे किसी भी तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। डीजीपी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जो भी अपराधी या दबंग चुनाव में दखल देने की कोशिश करेगा, उस पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उसे जेल भेजा जाएगा।
चुनाव के दौरान शराब, मादक पदार्थ, हथियार और नकदी के अवैध इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए सभी जिलों में चेक नाका (चेकपोस्ट) बनाए गए हैं।
डीजीपी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि चेक नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों की गतिविधियों का औचक निरीक्षण किया जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या मिलीभगत पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही, वाहनों की चेकिंग को तेज करने और संदिग्ध वाहनों पर विशेष निगरानी रखने को कहा गया है।
पुलिस मुख्यालय ने चुनावी माहौल में जनता के बीच विश्वास बहाली के लिए व्यापक योजना तैयार की है। डीजीपी ने कहा है कि पुलिस टीमें नियमित रूप से गांवों, बस्तियों और कमजोर वर्ग के इलाकों में फ्लैग मार्च करें ताकि लोगों में सुरक्षा का भरोसा पैदा हो।
उन्होंने कहा कि यदि किसी मतदाता को अपराधियों, दबंगों या राजनीतिक समर्थकों से धमकी या प्रलोभन मिले तो वह सीधे भ्रमणशील पुलिस अधिकारियों को सूचित कर सकता है।
इसके लिए जिला पुलिस को निर्देश दिया गया है कि ऐसे इलाकों में हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल पेट्रोलिंग टीमों की जानकारी सार्वजनिक की जाए।
डीजीपी विनय कुमार ने यह भी निर्देश दिया है कि फ्लैग मार्च, चेकिंग और छापेमारी अभियान में केंद्रीय पुलिस बल (CAPF) का अधिकतम उपयोग किया जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों की मौजूदगी से न केवल अपराधियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ेगा, बल्कि वोटरों में सुरक्षा का विश्वास भी बढ़ेगा।
राज्य पुलिस के साथ समन्वय कर संवेदनशील और अति-संवेदनशील क्षेत्रों में संयुक्त अभियान चलाने की भी योजना तैयार की गई है।