1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 05 Jun 2025 07:46:56 AM IST
बिहार क्राइम न्यूज - फ़ोटो google
Bihar Crime News: बिहार के गोपालगंज जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के निंदूरा दक्षिण पट्टी गांव में बुधवार देर रात एक शादी समारोह उस वक्त मातम में बदल गया, जब पुराने विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए और एक युवक की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान अमन कुमार के रूप में की गई है।
गांव निवासी इंद्रपाल की बेटी सुनीता की शादी बुधवार रात हो रही थी। बारात आने के बाद रात करीब 11 बजे द्वारपूजा की रस्म चल रही थी। इसी दौरान इंद्रपाल का रिश्तेदार सुरेश (निवासी: बंशीयारा बाघराय, जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश) भी शादी में शामिल होने आया था।
सुरेश का गांव के ही अमन से पैसों को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। जैसे ही अमन ने सुरेश को समारोह में देखा, वह आगबबूला हो गया और दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गई।
दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया कि धारदार हथियारों का प्रयोग शुरू हो गया। झड़प के दौरान अमन को गंभीर चोटें आईं और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। अमन की मौत की खबर फैलते ही शादी का माहौल गम में बदल गया। घराती और बाराती दोनों स्तब्ध रह गए, वहीं ग्रामीणों में दहशत फैल गई।
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। थाना प्रभारी ने बताया, कि पुराने आर्थिक विवाद के चलते अमन की हत्या की गई है। पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार विवाद की जड़ में उधारी या लेन-देन का मामला था। हालांकि, यह भी जांच का विषय है कि क्या घटना पूर्व नियोजित थी या किसी ने जानबूझकर शादी के अवसर को निशाना बनाया। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है, और मृतक अमन के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षा और निष्पक्ष जांच की मांग की है। बिहार में सामाजिक समारोहों में भी निजी रंजिशें खूनी टकराव का कारण बनती जा रही हैं। यह घटना एक बार फिर बताती है कि पुरानी दुश्मनियां कितनी खतरनाक हो सकती हैं, खासकर तब जब प्रशासनिक निगरानी कम हो।