1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 28 Aug 2025 09:09:35 PM IST
कर्मचारियों में खुशी की लहर - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने कुछ दिन पहले आशा और ममता कार्यकर्ता, शारिरीक शिक्षक, एमडीएम रसोइया समेत अन्य कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी की थी। अब राज्य के नियोजित स्वास्थ्य कर्मियों के मानदेय को बढ़ा दिया है। 11 हजार से 21 हजार तक की वृद्धि की गयी है। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
बता दें कि बिहार में कुछ महीने बाद विधानसभा का चुनाव होने वाला है। आगामी इलेक्शन से पहले नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। यह फैसला राज्य के नियोजित स्वास्थ्य कर्मियों के मानदेय में वृद्धि को लेकर लिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों के मानदेय में भारी बढ़ोतरी की गयी है। जिसमें सीनियर रेडियोग्राफर, लैब टेक्नीशियन और एक्स-रे टेक्नीशियन सहित अन्य कर्मी शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है। उक्त आदेश के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के नियोजित कर्मियों के मानदेय में 11,000 रुपये से लेकर 21,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। वहीं लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन और रेडियोग्राफर के मानदेय में भी बढ़ोतरी की गई है। लैब टेक्नीशियन और एक्स-रे टेक्नीशियन का मासिक मानदेय ₹37,000 से बढ़ाकर ₹48,000 कर दिया गया है। वही वरिष्ठ रेडियोग्राफर का मानदेय ₹37,000 से बढ़ाकर ₹58,000 कर दिया गया है। इन पदों पर कार्यरत कर्मियों की कुल संख्या करीब 500 है।
कुछ दिन पहले नीतीश सरकार ने विभिन्न संविदा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की थी। किसान सलाहकारों का मानदेय ₹13,000 से बढ़ाकर ₹21,000 कर दिया गया। वही आशा कार्यकर्ताओं को ₹1,000 के बजाय ₹3,000 मासिक मानदेय देने की घोषणा की गई। ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव ₹300 की बजाय अब ₹600 मिलने की बात कही गयी। नीतीश सरकार के इन फैसलों को चुनावी साल में बड़ा जनसंपर्क कदम माना जा रहा है, जिससे लाखों कर्मियों को सीधा लाभ मिलेगा।