बेतिया में तेज़ रफ्तार ट्रक ने 50 वर्षीय महिला को कुचला, मौके पर ही दर्दनाक मौत सहरसा में 25 हजार का इनामी अपराधी अजय दास गिरफ्तार, हथियार तस्करी में था वांछित TCH EduServe में शिक्षक भर्ती 4.0, CTET, STET, SSC और बैंकिंग के लिए नया बैच शुरू, मिलेगी मुफ्त टेस्ट सीरीज और विशेष छूट लग्ज़री लाइफ की चाह में मां बनी हैवान: बेटी की हत्या कर शव को बेड में छिपाया, फिर प्रेमी के साथ की अय्याशी Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सख्ती: भू-माफिया और तस्करों पर कसेगा शिकंजा Bihar Crime News: बिहार में रेलकर्मी की चाकू मारकर हत्या, रेलवे ट्रैक पर शव मिलने से सनसनी Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Wed, 16 Jul 2025 09:52:14 PM IST
- फ़ोटो google
Bihar News: बिहार के पूर्णिया जिले में पिछले दिनों एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। कथित तौर पर जादू-टोना के संदेह में अनुसूचित जनजाति समुदाय से जुड़े एक ही परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। घटना के बाद हमलावरों ने शवों को घर से कुछ दूरी पर ले जाकर जला भी दिया था।
इस भयावह घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए बिहार सरकार और राज्य के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है। आयोग ने 16 जुलाई, 2025 को जारी नोटिस में दो सप्ताह के भीतर इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें जांच की वर्तमान स्थिति, आरोपियों की गिरफ्तारी, और पीड़ित परिवार के जीवित सदस्य की सुरक्षा व परामर्श की व्यवस्था से जुड़ी जानकारी देने को कहा गया है।
NHRC ने स्पष्ट किया है कि यदि मीडिया में आई रिपोर्टें सच हैं, तो यह मामला गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन को दर्शाता है। आयोग ने राज्य सरकार को 16 वर्षीय लड़के की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उसे काउंसलिंग सुविधा देने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि इस पूरे मामले में परिवार का एकमात्र जीवित सदस्य 16 वर्षीय एक किशोर ही घटना का प्रत्यक्षदर्शी है।
किशोर ने पुलिस को बताया है कि करीब 50 लोगों की भीड़ ने उसके घर में घुसकर पहले उसकी मां पर बांस के डंडों से हमला किया और उसे डायन बताकर पीटना शुरू कर दिया। जब परिवार के अन्य सदस्य मां को बचाने आए, तो भीड़ ने उन्हें भी पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद सभी शवों को 100 से 150 मीटर दूर ले जाकर आग के हवाले कर दिया गया था। गांव के कुछ लोगों को शक था कि पीड़ित परिवार के काले जादू के कारण गांव का एक लड़का बीमार पड़ा था, जिसकी बाद में मौत हो गई थी। इसी आधार पर भीड़ ने यह अमानवीय कदम उठाया था।