Banka crime : नकाबपोश अपराधियों ने उप मुखिया पर चाकूबाजी कर लाखों रुपए लूटे, इलाके में मचा हडकंप

बांका मुड़हारा स्टेशन पर नकाबपोश अपराधियों ने उप मुखिया राजीव कुमार चौधरी पर चाकूबाजी कर ढाई लाख रुपये की लूट की। घायल उप मुखिया को भागलपुर रेफर किया गया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 27 Dec 2025 09:07:14 AM IST

Banka crime : नकाबपोश अपराधियों ने उप मुखिया पर चाकूबाजी कर लाखों रुपए लूटे, इलाके में मचा हडकंप

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Banka crime : बांका जिले के टाउन थाना क्षेत्र में एक भयानक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है। मुड़हारा स्टेशन के समीप हथियारबंद नकाबपोश बदमाशों ने करमा पंचायत के उप मुखिया और एसबीआई सीएसपी संचालक राजीव कुमार चौधरी पर जानलेवा हमला किया और उनके ढाई लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत छानबीन शुरू कर दी है और आसपास के इलाकों में तलाश जारी है।


जानकारी के अनुसार, भतकुंडी निवासी राजीव कुमार चौधरी ने हाल ही में बांका की एसबीआई शाखा से ढाई लाख रुपये की निकासी की थी। वे बाइक से अपने गांव लौट रहे थे। जैसे ही वे शंकरपुर से गोलाहू-बिंदी जाने वाली सड़क पर मुड़हारा स्टेशन से पहले पहुंचे, पीछे से आती एक बाइक पर सवार दो नकाबपोश अपराधियों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद राजीव सड़क पर गिर पड़े। इसी दौरान अपराधियों ने उन पर चाकू से हमला कर दिया।


सूत्रों के अनुसार, अपराधियों ने उनके गले पर दो बार चाकू से वार किया। हालांकि, इस दौरान उप मुखिया ने भी अपनी रक्षा करने की कोशिश की और दोनों के बीच संघर्ष हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि बदमाशों के पास हथियार थे और लूट की घटना के दौरान उन्होंने एक राउंड फायरिंग भी की। इस पूरी घटना से इलाके में भय का माहौल फैल गया।


स्थानीय लोगों और आसपास के ग्रामीणों ने जैसे ही घटना की जानकारी पाई, तुरंत मौके पर पहुंच कर घायल उप मुखिया को बांका सदर अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के दौरान चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें मायागंज, भागलपुर रेफर कर दिया।


घटना की जानकारी मिलने के बाद टाउन थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची और घायल से विस्तृत जानकारी ली। पुलिस ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और संभावित सुरागों की खोज शुरू कर दी। एसडीपीओ अमर विश्वास ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


विशेषज्ञों और पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह घटना सुनियोजित थी। नकाबपोश अपराधियों ने पहले से ही यह योजना बनाई थी कि वे राजीव कुमार चौधरी की बाइक को टक्कर मार कर रोकेंगे और फिर लूटपाट करेंगे। यह भी संभावना जताई जा रही है कि अपराधियों ने इलाके के सुरक्षाकर्मी और पुलिस की गतिविधियों की जानकारी जुटा कर वारदात को अंजाम दिया।


स्थानीय लोग इस घटना से सकते में हैं। करमा पंचायत के लोग और आसपास के निवासी इस वारदात को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। कई लोगों का कहना है कि अगर पुलिस समय पर सुरक्षा इंतजाम करती, तो इस प्रकार की घटनाएं रोकी जा सकती थीं।


पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच में आसपास के सीसीटीवी फुटेज, रास्ते में लगे कैमरे और स्थानीय लोगों के बयान को अहम माना जा रहा है। इसके साथ ही पुलिस बाइक के नंबर प्लेट और अपराधियों के निशानों की भी जांच कर रही है।


इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि नकाबपोश अपराधियों का हौसला बढ़ा हुआ है और वे दिन-दिहाड़े भी लूट और हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती यह है कि कैसे इस तरह के अपराधों को रोका जाए और आम जनता को सुरक्षित रखा जाए।


स्थानीय प्रशासन ने भी इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस और स्थानीय सुरक्षा बल लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। एसडीपीओ ने नागरिकों से अपील की है कि वे संदेहास्पद लोगों या गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।


इस पूरे मामले में यह भी देखा जा रहा है कि कैसे अपराधी ढाई लाख रुपये जैसी बड़ी रकम को लूटने के लिए दिन के उजाले में भी हथियार का इस्तेमाल करते हैं। यह घटना समाज में सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती है और यह दिखाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपराध नियंत्रण के लिए अधिक सतर्कता की आवश्यकता है।


आखिरकार, बांका जिले की यह लूट और हमले की घटना न केवल उप मुखिया के लिए बल्कि पूरे इलाके के लोगों के लिए एक चेतावनी है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच ही यह तय करेगी कि अपराधियों को पकड़ा जाए और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।